मझुआ पूरब पंचायत के शिक्षक नियोजन के काउंसिलिग में हुए अनियमितता की डीईओ करेंगे जांच



संसू, रानीगंज(अररिया): रानीगंज प्रखंड मुख्यालय स्थित लालजी उच्च विद्यालय में 13 अगस्त को पंचायत शिक्षक नियोजन का काउंसिलिग कराया गया। जिसमें अभ्यर्थियों ने बताया कि मझुआ पूरब पंचायत में तीन सीट इबीसी का था और उनके अभ्यर्थी भी काउंसिलिग में उपस्थित थे। लेकिन उपस्थित अभ्यर्थियों को पहले तो यह कहकर टाला गया कि यह सीट स्वतंत्रता सेनानियों के स्वजनों तथा दिव्यांगों के लिए है। जब अभ्यर्थियों ने कहा कि ऐसा रोस्टर में कहीं उल्लेख नहीं है तो ढाई बजे ही खाना खाने के बहाने निकल गया और पांच बजे पंचायत सचिव शिवेन्द्र कुमार पहुंच कर सभी पंजी को लेकर चले गए। जिसके कारण अभ्यर्थियों ने लालजी उच्च विद्यालय के कार्यालय कक्ष में जमकर हंगामा किया था। अनियमितता की सूचना पाकर जिला शिक्षा पदाधिकारी अररिया ने एक पत्र जारी कर जिले के कुछ पंचायतों का जिसमे मझुआ पूरब पंचायत का 23 अगस्त 21 को ग्यारह बजे पूर्वाह्न में पंचायत को आवेदन पंजी, औपबंधिक मेघासुची, आपत्ति पंजी, अंतिम मेघासुची, अनुमोदित मेघासुची, कॉउंसिलिग पंजी, चयन सूची, रिक्ति, कांउसिलिग की वीडियोग्राफी की सीडी के साथ बुलाया गया है। जिससे अभ्यर्थियों में न्याय मिलने की थोड़ी सी उम्मीद जगी है।
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बेलसरा पंचायत के मुखिया ने बीडीओ को दिया आवेदन रानीगंज प्रखंड क्षेत्र के बेलसरा पंचायत के मुखिया सुनील कुमार सिंह ने आवेदन देकर पंचायत सचिव के द्वारा काउंसिलिग रद करने की मांग की जांच करने का अनुरोध किया है।उन्होंने अपने आवेदन में बताया कि नियोजन कक्ष में जो दो अभ्यर्थियों का नियोजन किया गया है वह सही तथा रोस्टर के अनुरूप किया गया है। क्योंकि काउंसिलिग हाल में कुछेक अभ्यर्थी को छोड़कर पूरा हाल खाली पड़ा हुआ था। नाम पुकारने पर जो अभ्यर्थी मौजूद थे उनका कांउंसिलिग नियमानुसार कर दिया गया। जिसमे मुखबधिर का एक सीट था। परंतु इबीसी कोटे में एक भी मुखबधिर नहीं था। पंचायत सचिव के द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि मुखबधिर के जगह इबीसी सामान्य कोटि में बहाल कर दिया गया है। यह आरोप मौखिक शिकायत के आधार पर लगाया जा रहा है। यह जांच का विषय है कि आरोप इनका सही है अथवा गलत है। परंतु जो भी नियोजन किया गया है मेरे व अन्य अधिकारियों के समक्ष किया गया है जो वीडियो ग्राफी में भी स्पस्ट देखा जा सकता है। यह मौखिक रूप से जो शिकायत लेकर आवेदन दिया गया है इससे साफ स्पष्ट होता है कि पंचायत सचिव प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के दबाव में आकर इस प्रकार का कुकृत्य किया है। परंतु काउंसिलिग हाल में मैं सुबह से लेकर शाम तक मौजूद रहकर काउंसिलिग करवाया। जब काउंसिलिग समाप्त हुआ तब पंचायत सचिव ने हस्ताक्षर किया उस समय कोई आपत्ति नहीं थी। जिसका साक्ष्य वीडियो ग्राफी में मौजूद है। तो फिर पंचायत सचिव के द्वारा किसके दबाव में आकर इस प्रकार मौखिक कथन पर आवेदन समर्पित किया गया। वहीं जिला शिक्षा पदाधिकारी ने राजकुमार ने बताया कि बेलसरा पंचायत के नियोजन की जांच 23 अगस्त को किया जाएगा। जिसके लिए बेलसरा पंचायत के पंचायत सचिव को नियोजन से सम्बंधित सभी दस्तावेज तथा वीडियोग्राफी का सीडी के साथ बुलाया गया है।

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