लखीसराय । साइंस फोर सोसाइटी बिहार पटना के तत्वावधान में बुधवार को जिला स्तरीय वेबीनार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रो. डा. एसकेपी सिन्हा ने किया। जिला स्तर पर इसका आयोजन साइंस फोर सोसाइटी के जिलाध्यक्ष अरविद कुमार भारती की देखरेख में हुआ। समन्वयक जयप्रकाश सिंह ने आगत अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता के रूप में साइंस फोर सोसाइटी बिहार के अध्यक्ष प्रो. अरुण कुमार, प्रो. डा. एसकेपी सिंहा, प्रो. डा. कुमारी निमिशा शामिल हुए। प्रो. अरुण कुमार ने अपने संबोधन में विज्ञान विषय में रुचि रखने वाले बच्चों को प्रोजेक्ट बनाने के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने बताया कि किसी भी पौधों के विकास में हम लोग नवाचार करके समाज को और देश को बता सकते हैं कि क्या नया चीज कर देने से पौधों में, उसके बीज में, उसके फल में, उसके फूल में अधिक विकास हो और वह अधिक गुणवत्तापूर्ण हो। उदाहरण स्वरूप उन्होंने बताया चारकोल लकड़ी का टुकड़ा चूर्ण के रूप में मिट्टी में डाल दिया जाए तो मिट्टी को पानी सोखने की क्षमता बढ़ जाती है और पौधे अधिक विकास करते हैं। इस तरह से हम स्थानीय स्तर पर बच्चों की सहभागिता से नवाचार लाकर देश और समाज को एक उपयोगी चीज दे सकते हैं। प्रो. डा. एसकेपी सिन्हा ने कहा कि स्थानीय स्तर पर किसानों की समस्या को दूर करने के लिए बच्चों को उत्साहित करने की जरूरत है। पारंपरिक और आधुनिक खेती में गुणवत्तापूर्ण और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी फसल पर बच्चे नवाचार करके प्रयोग कर सकते हैं। वेबीनार में सभी विद्यालय के शिक्षकों को बच्चों के साथ मिलकर प्रत्येक विद्यालय से दो प्रोजेक्ट बनाने को कहा गया। इसका जिला और राज्य स्तर पर अक्टूबर माह में प्रदर्शनी मेला का आयोजन किया जाएगा।