मूलभूत सुविधाओं की समस्या से जूझ रहा तेलपुर गांव

बेतिया। जिले के दो प्रखंडों रामनगर व लौरिया के सीमा क्षेत्रों में फैला है देवराज। इसमें कुल 22 गांवों का समूह है। जिसे देवराज क्षेत्र कहा जाता है। इन 22 गांवों के अलावा अन्य सात - आठ टोले भी हैं देवराज में। पर, तेलपुर गांव को ही देवराज का मुख्यालय गांव माना जाता है। कहा जाता है कि इस गांव में अवस्थित भगवान भोलेनाथ के ऐतिहासिक शिवलिग के कारण ही क्षेत्र का नाम देवराज पड़ा। 13 वार्डों के इस गांव में मतदाताओं की संख्या 7000 के आसपास है। पर, इतना सबकुछ होने के बावजूद भी अल्पसंख्यक बाहुल्य यह गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जिले का यह एक ऐसा गांव है। जो एक ही गांव की पूरी पंचायत है। पूरे जिले में प्राय: कई गांवों को मिलाकर एक पंचायत का गठन हुआ है, लेकिन तेलपुर गांव अपने आप में हीं एक पंचायत है। यह गांव लौरिया प्रखंड तथा नरकटियागंज विधानसभा के अंतर्गत आता है। एक तरह से देखा जाए तो यह गांव अपने अगल-बगल के रामनगर , लौरिया, नरकटियागंज तथा बगहा प्रखंड से जुड़ा है। इतने बड़े गांव में अस्पताल व उच्च शिक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है । गांव में बच्चों के पठन पाठन के लिए कोई भी उच्च विद्यालय नहीं है। वहीं यहां मसान नदी का कहर भी आता है। कटाव की समस्या से जूझ रहे इस गांव में सड़क व नाला का उचित प्रबंधन नहीं है। बता दें कि इस पंचायत के मुखिया इम्तियाज अहमद का गत माह वैश्विक महामारी कोरोना में मृत्यु हो गई थी। मुखिया की मृत्यु के बाद उप मुखिया हरेराम महतो पंचायत का विकास कार्य देख रहे हैं।


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