बेस्ट मोबाइल एप के माध्यम शिक्षा व्यवस्था में होगा सुधार

- नहीं बच पाएंगे मनमानी करने वाले शिक्षक

- शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश जारी
- बच्चों, शिक्षकों की उपस्थिति, पठन-पाठन में होगा सुधार
अफसर अली, अररिया :कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए विभाग कोशिश में जुटा है। लंबे समय के बाद विद्यालय खुलने से अभिभावकों व बच्चों की उम्मीद जगी है। विभाग शिक्षा व्यवस्था को स²ढ़ करने की कोशिश जुटा है। विद्यालय से गायब रहने वाले शिक्षकों की खैर नहीं है। बेस्ट मोबाइल एप से स्कूलों की मानीटरिग की जाएगी। इसके माध्यम विद्यालयों में पठन पाठन की व्यवस्था में सुधार होगा।

- क्या है बेस्ट मोबाइल एप:
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद यूनीसेफ के सहयोग से बेस्ट (बिहार ईजी स्कूल ट्रेकिग) नाम से एप बनाया गया है। जिसके माध्यम प्रारंभिक से उच माध्यमिक तक के विद्यालयों का अनुश्रवन किया जाएगा। इस संबंध शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने सभी डीईओ आदेश पर अमल करने के लिए निर्देश दिया है।
स्कूली व्यवस्था पर रहेगी नजर :
एप के माध्यम से माध्यम से विद्यालयों में बच्चों के नमांकन, बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति, समय पर खुलना, स्वच्छता, बुनियादी सुविधा सहित स्कूल की अन्य गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। विभागीय अधिकारी नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। वीडियो, फोटो सहित जांच प्रतिवेदन फोरमेट में एप्प् पर अपलोड करेंगे।
पहले भी एप के माध्यम से हुआ था अनुश्रवण : विभागीय अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2018 व 2019 में भी एप्प के माध्यम विद्यालयों का अनुश्रवण किया गया था। जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आए थे। इस प्रक्रिया से विद्यालयों में विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की उपस्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ था। विद्यालयों में स्वच्छता कि स्थिति में भी अपेक्षाकृत बदलाव हुआ। लेकिन कोरोना महामारी के कारण विद्यालय बंद होने से स्कूलों पर बुरा असार पड़ा। इस वजय से फिर से विभाग ने बेस्ट एप्प के माध्यम विद्यालयों का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया है।
सात अगस्त से संचालित :
जानकारी के अनुसार माध्यमिक उच्च माध्यमिक एवं प्रारंभिक विद्यालयों का संचालन विद्यार्थियों की भौतिक उपस्थिति के साथ सात अगस्त और 16 अगस्त शुरू हो गया है। स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ने लगी है।
अग्रिम कार्य योजना करना होगा अपलोड : सभी बीईओ को एक माह का अग्रिम कार्य योजना बेस्ट मोबाइल एप्प पर अपलोड करना होगा, ताकि यह स्पष्ट हो जाएगा कि विभागीय अधिकारी किस किस तिथि में विद्यालयों का निरीक्षण करेंगे। बुधवार व गुरुवार को निश्चित रूप से विद्यालयों की जांच की जाएगी। अन्य कार्य दिवस को अनुश्रवण किया जा सकता है।
- डीईओ हर माह की होगी जिम्मेदारी:
एप्प के माध्यम डीईओ कम से कम आठ प्रारंभिक व तीन माध्यमिक विद्यालयों की जांच करेंगे। डीपीओ को कम से कम दस प्रारंभिक और चार माध्यमिक विद्यालयों के निरीक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि पीओ कम से कम
दस प्रारंभिक व पांच माध्यमिक विद्यालयों, बीईओ को कम से कम 20 प्ररारंभिक व पांच माध्यमिक विद्यालयों का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है। इसी प्रकार बीआरसी कम से कम 25 प्ररारंभिक विद्यालय तथा आवंटित संकुल के सभी विद्यालयों का तीन माह में एक बार और सीआरसीसी संकुल के अधीन सभी विद्यालयों का कम से कम एक बार अनुश्रवण करेंगे।
स्टेट लेबल पर होगा मानीटरिग:
अब कोई जांच अधिकारी बहाना नहीं बना सकेंगे। उन्हें स्कूल पहुंचकर ही जांच करनी होगी। जांच के दौरान ही अपने मोबाइल से बेस्ट एप पर उपलब्ध फार्मेट को भरना होगा। स्कूली गतिविधियों को अपलोड करनी होगी। एप्प पर स्कूल से जुड़े कई जानकारी मांगी जाएगी। जिसे अनुश्रवण अधिकारी द्वारा कॉलम को भरा जाएगा। फोटो व वीडियो भी अपलोड किया जा सकता है।
कोट -
विभाग का आदेश मिला है। जिसपर अमल कराया जा रहा है। स्टेट लेबल पर बेस्ट मोबाइल एप क मानीटरिग की जा रही है। कोरोनाकाल के कारण बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हुआ है। जिसकी भरपाई के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं।
राजकुमार, डीईओ अररिया।

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