रेलवे का निजीकरण हुआ तो होगा बड़ा आंदोलन : यूनियन

संवाद सूत्र, हरनौत : ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन (इसीआरकेयू) के कार्यकारिणी की समिति की दो दिवसीय बैठक का समापन शनिवार को हुआ। सं़गठन के हरनौत शाखा सचिव पूर्णानंद मिश्र ने कहा कि बैठक मध्य रेल मुख्यालय हाजीपुर स्थित वैशाली प्रेक्षागृह में चली। बैठक में रेल जोन के 53 शाखाओं के शाखा मंत्री एवं सभी केंद्रीय पदाधिकारियों ने भाग लिया। अध्यक्षता ईसीआरकेयू के केंद्रीय अध्यक्ष डीके पांडेय ने की। सबसे पहले शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। यूनियन के केंद्रीय महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने पिछले बैठक के बाद एआईआरएफ तथा संगठन द्वारा किए गए विभिन्न आंदोलनों, बैठकों और कार्यक्रमों विवरण प्रस्तुत किया। चार प्रस्ताव पर सर्वसम्मत निर्णय हुआ।


इस अवसर पर ईसीआरकेयू के केंद्रीय महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव ने कहा कि निजीकरण और सरकारी संपत्तियों को बेचने का पूरजोर विरोध किया जाएगा। कहा, रेलवे की परिसंपत्तियों का अगर निजीकरण होगा तो बहुत बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि प्राइवेट कम्पनी ट्रेन चलाने में सक्षम है तो वह अपनी पटरी बिछाए। अपनी ट्रेन लाए और उसका संचालन करे। महामंत्री ने कहा कि कोरोना काल में जिनकी ड्यूटी के दौरान मौत हुई है उनके परिवार को 50 लाख रुपए देने की मांग फेडरेशन ने किया है। बताया कि अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हुआ जो दुखद है। यूनियन के प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जेकेपी सिंह ने कहा कि यूनियन रेलकर्मियों की आवाज को उठाने का एक सशक्त माध्यम है। यह प्रशासन और कर्मचारी के बीच पुल का काम करती है। बैठक में न्यू पेंशन नीति को समाप्त कर सभी को ग्रांटेड पेंशन देने ,संरक्षा श्रेणी सहित अन्य पदों को ढाई लाख रिक्त पदों पर बहाली करने, 1800 ग्रेड पे के सभी कैटेगरी के रेल कर्मियों के 50 फीसद पदों को सीधे 1900 ग्रेड पे स्वीकृत करने ,ओपन टू आल पद्धति को लागू करने, रनिग कर्मचारियों को 4600 तथा ऊपर ग्रेड पे में पदोन्नति देने, ट्रैक मैन के कैडर को पदोन्नति के अवसर के तहत 4200 ग्रेड पे देने, डायरेक्ट बहाली के सिस्टम को परिवर्तित कर सभी को 5 साल तक ट्रैक मैन कैडर में नियुक्त कर बाद में अन्य विभागों में पदोन्नति देने,पाइंट मैन, स्टोर ,कार्य, ब्रिज एवं सिग्नल आदि विभागों के कर्मचारियों को उच्चत्तम ग्रेड पर में पदोन्नति देने ,महंगाई भत्ते का एरियर भुगतान करने, सभी रेल कर्मियों को रात्रि भत्ते का भुगतान स्वीकृत करने, सभी अस्पतालों के स्वास्थ्य सेवाओं को अपग्रेड करते हुए आक्सीजन एवं जीवन रक्षक दवाओं और विशेषज्ञ चिकित्सकों की भर्ती करने, आकस्मिक इलाज के लिए विशिष्ट अस्पताल से अनुबंध करने, महिला कर्मियों को विश्राम गृह में वाशरूम की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की गई। साथ ही रेलवे आवासों का मरम्मत करने, सभी साइडिग और यार्डो की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की गई। इन मांगों को मनवाने के लिए 23 सितंबर को विशाल विक्षोभ प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया 7
बैठक में मुख्य रुप से उपाध्यक्ष केदार प्रसाद ,बिरेन्द्र यादव,संजय कुमार मंडल, बिदु कुमार, आरके मंडल,अपर महामंत्री मोहम्मद जियाउद्दीन, सहायक महामंत्री रमेश चंद्रा, ओमप्रकाश, मनीष कुमार, के के मिश्रा, संगठन मंत्री बीबी पासवान, वीडीसिंह,पीके मिश्रा ,मनोज कुमार पांडेय, मृदुला कुमारी, एसके भारद्वाज ,चन्द्र शेखर सिंह सहित सभी शाखाओं के शाखा मंत्री और अन्य प्रतिनिधि शामिल थे।

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