बकरा व नूना नदी के जलस्तर में कमी, राहत

संसू, सिकटी (अररिया): प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली बकरा व नूना नदी के जल स्तर में सोमवार को कमी होने से लोगों को कुछ राहत मिली है। लेकिन बकरा नदी ने एक बार फिर कौआकोह वार्ड दो में कटाव शुरु कर दिया है। जल नि:स्सरण विभाग द्वारा किया गया कार्य बेकार साबित हुआ। सभी बांस बल्ली कट कर नदी में समाते जा रहा है। जागेश्वर मंडल का एक घर पहले ही नदी में कट चुका है। लगातार कटान होने से वो दूसरा घर भी तोड़कर ले जा रहाहे हैं। कई और घर भी कटान के मुहाने पर है। इससे पहले सिकटी के कौआकोह पड़रिया गांव में बकरा कटान से कई परिवार विस्थापित हो गए है। नदी के कटान जारी रहने से अन्य परिवार के पक्के मकान भी कटान की जद मे आ गए है। वहीं नूना की बह रही धारा से निकला पानी उपजाऊ खेतों मे सिल्ट एवं बालु भर कर उसे बर्बाद कर रही है। मिली जानकारी के अनुसार लगातार हो रहे कटाव से अब जागेश्वर मंडल का पक्का मकान के निकट नदी पहुंच गया है। जिसके बचाव के लिए बांस बल्ली लगाया गया है जो कारगर नही हुआ। स्थानीय निवासी विधायक प्रतिनिधि मनोज कुमार मंडल,सतीश कुमार मंडल ने बताया कि विगत पांच साल मे पड़रिया वार्ड एक एवं दो के करीब चार पांच दर्जन परिवार का घर बकरा नदी में कट चुका है। इस साल भी कुछ घर कटे तो कुछ निशाने पर है। पड़रिया के वार्ड एक एवं दो में बकरा नदी का कटाव बडी़ तेजी से हो रहा है। जिससे बीस पचीस घर नदी में समा सकता है। विधायक विजय कुमार मंडल ने फिर बाढ़ नियंत्रण विभाग से बात कर विभाग उसे इसके बचाव के लिए कहा है। जिसके बाद विभाग की बड़े से छोटे अभियंता आकर नदी कटान रोधी कार्य प्रारंभ करवाया है। सभी पदाधिकारी को बकरा नदी के इस परिस्थिति से सिकटी विधायक प्रतिनिधि मनोज कुमार मंडल ने भी अवगत कराया है। उन्होंने बताया कि विधायक के पहल पर कटान रोधी काम चालू है, लेकिन वो कारगर नही हो रही है। केवल बास बल्ली से कटाव रोकना संभव नही है। बकरा के कटान से आबादी प्रभावित हो रही है। इस हाल में और परिवार कटान प्रभावित हो सकते हैं।


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