रुद्राभिषेक से मिलता भगवान शिव का विशेष अनुग्रह

मधुबनी । शहर से सटे जितवारपुर गांव के बाबा भैरव स्थान पर श्री श्री 108 महादेव पूजा एवं रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया है। पांच दिवसीय अनुष्ठान के प्रत्येक दिन एक लाख 51 हजार महादेव का पूजा के अलावा रुद्राभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। 50 वर्ष से लगातार यह आयोजन किया जा रहा है। पंडित शिवानंद झा ने कहा कि यजुर्वेद में रुद्राभिषेक की महिमा का बड़ा उल्लेख मिलता है। भगवान शिव की पूजा के कई विधान है। रुद्राभिषेक अत्यंत लाभकारी है। शिव को रुद्र की संज्ञा दी गई है। रुद्राभिषेक से शिव का विशेष अनुग्रह प्राप्त होता है। जल से रुद्राभिषेक से वर्षा, कुश से रुद्राभिषेक से असाध्य रोगों पर विजय, दही से रुद्राभिषेक से वाहन सुख, गन्ने के रस, शहद व घी से रुद्राभिषेक से धन की प्राप्ति होती है। तीर्थों के जल से रुद्राभिषेक से मोक्ष, इत्र वाले जल से रोगों से छुटकारा, दूध से रुद्राभिषेक से संतान सुख मिलता है। गाय दूध से रुद्राभिषेक से संतान दीर्घायु होती है। बर्फ के जल या गंगाजल से रुद्राभिषेक करने पर ज्वर शांत होता है। सहस्त्रनाम जाप के साथ घी की धारा का रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार होता है। दूध की धारा से रुद्राभिषेक से शांति, शक्कर मिश्रित दूध से पर शत्रु पर विजय प्राप्त होता हैं। गाय दूध, घी मिलाकर रुद्राभिषेक से आरोग्यता की प्राप्ति होती। महापात्र कल्यान समिति के तत्वावधान में अनुष्ठान के संचालन में मुख्य पुजारी श्रेष्टू पंडित, आचार्य संतोष झा, पुजारी सुखेन पंडित, पलट पंडित, रतन पंडित, सुमन पंडित, शंभूनाथ पंडित, अविश्वर पंडित, राजू झा, प्रकाश झा के अलावा आयोजन समिती अध्यक्ष मनीष कुमार झा मिटू, सचिव अमित कुमार झा, कोषाध्यक्ष वांगेस झा, भैरव झा, दौलत झा, भूलन झा, दिवाकर झा, अमरेश झा, जीवन झा सहित गांव के लोग जुटे है।


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