माता को पौष्टिक आहार नहीं मिलने से बच्चे पर पड़ता है कुप्रभाव

लखीसराय। प्रखंड बाल विकास परियोजना कार्यालय में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण मेला का आयोजन किया गया। प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. अखिलेश कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. धीरेंद्र कुमार, सीडीपीओ श्वेता प्रसाद, स्वास्थ्य प्रबंधक अनिल कुमार कुशवाहा, स्वास्थ्य कर्मी सुमन सौरभ, केयर इंडिया से आशित कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मेले में कुपोषण से बचाव की पूरी जानकारी दी गई। बताया गया कि एनीमिया से बचाव के लिए गर्भवती महिलाओं को पोषक तत्व दिया जाना जरूरी होता है। बीडीओ ने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए पोषक तत्वों देना जरूरी है। गर्भवती माताओं एवं किशोरियों को पोषक आहार लेने की सलाह देते हुए स्वच्छता का विशेष ख्याल रखने के लिए प्रेरित किया। स्वस्थ शरीर का विकास तभी होता है जब आवश्यकता के अनुसार पोषक तत्व मिलता है। अभी भी गांवों में रहने वाले 65 फीसद लोग इससे अनभिज्ञ हैं। मां को पौष्टिक आहार नहीं मिलने की स्थिति में 65 प्रतिशत नवजात में कुपोषण का भय रहता है। माता को पौष्टिक आहार नहीं मिलने से इसका सीधा असर बच्चे पर पड़ता है और वह कुपोषित रह जाता है। इसके लिए गांव में रहने वाले बच्चे, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। सरकार इसके लिए कई योजनाएं चला रही है। सीडीपीओ श्वेता प्रसाद ने प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना सप्ताह की जानकारी दी। मौके पर एलएस आरती कुमारी, संगीता कुमारी, निशा कुमारी, रेणु कुमारी, सुनीता कुमारी, दीप्ति सुमन के अलावा केंद्र संख्या 70 की सेविका प्रतिमा कुमारी, केंद्र संख्या 111 की सेविका शैल कुमारी आदि मौजूद थीं।


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