अधूरी पड़ी नल-जल योजनाओं को 30 तक पूर्ण करने का आदेश

मधुबनी । मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत जिले में 290 योजनाएं अधूरी पड़ी हुई है। विभाग द्वारा बीते 31 अगस्त को की गई समीक्षा के दौरान जिले में नल-जल योजना की उक्त स्थिति सामने आई। लिहाजा मुख्यमंत्री के निदेशानुसार पंचायती राज विभाग ने नल-जल की सभी लंबित एवं अधूरी पड़ी योजनाओं को हरहाल में 30 सितंबर तक पूरी करने के लिए डेडलाइन निर्धारित किया है। इस आलोक में जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने जिले के सभी प्रखंडों के बीडीओ एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सह कार्यपालक पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया है कि नल-जल की सभी लंबित योजनाओं को हरहाल में 30 सितंबर तक पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। किस प्रखंड में कितनी योजनाएं अधूरी : विभाग द्वारा बीते 31 अगस्त को की गई समीक्षा के दौरान पाया गया कि मधुबनी जिले में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत 290 योजनाएं अधूरी पड़ी है। बाबूबरही प्रखंड में 45, राजनगर प्रखंड में 21, रहिका प्रखंड में 25, कलुआही प्रखंड में पांच, पंडौल प्रखंड में 23, हरलाखी प्रखंड में 27, बेनीपट्टी प्रखंड में छह, मधवापुर प्रखंड में 12, बिस्फी प्रखंड में छह, जयनगर प्रखंड में दो, लदनियां प्रखंड में नौ, बासोपट्टी प्रखंड में दो, मधेपुर प्रखंड में 14, लखनौर प्रखंड में 10, फुलपरास प्रखंड में पांच, घोघरडीहा प्रखंड में 22, खुटौना प्रखंड में 19 एवं लौकही प्रखंड में 22 योजनाएं अधूरी पाई गई थी। इस प्रकार जिले की 21 प्रखंडों में से 18 प्रखंडों में नल-जल की कई योजनाएं अधूरी पाई गई। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री के निदेशानुसार इन अधूरी योजनाओं को हरहाल में 30 सितंबर तक पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। डीएम द्वारा बीडीओ एवं बीपीआरओ को दिए गए निर्देश : - प्रत्येक दिन अपने प्रखंड के लंबित व निर्माणाधीन योजनाओं की कार्य प्रगति की समीक्षा करें। तकनीकी सहायकों, पंचायत सचिव एवं लेखापाल को कार्यस्थल पर भेजकर सभी हितधारकों से समन्वय कर योजना को अपने देखरेख में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। ताकि कोई भी योजना किसी भी परिस्थिति में 30 सितंबर के बाद अपूर्ण नहीं रहे। अपूर्णता की स्थिति में दोषियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। - हर घर नल का जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए छुटे हुए वार्ड के बसावट विशेष में यदि वार्ड के श्रोत से अधिक दूरी होने के कारण जल संयोजन नहीं हो पाया है तो वैसे सभी मामलों में अगल-बगल के वार्ड श्रोत से संपर्कता प्रदान कर हर घर को नल का जल उपलब्ध कराया जाए। - पंचायत समिति के सभी कार्यपालक पदाधिकारी अपने प्रखंड के सभी पंचायतों के आवेदकों के घर तक नल का जल का संयोजन ग्राम पंचायत के माध्यम से सुनिश्चित कराने के लिए सभी आधारभूत ढ़ांचे को सुव्यवस्थित करें। - पेयजल संबंधी शिकायतों का ससमय निष्पादन के लिए तकनीकी सहायकों को अधिक संवेदनशील एवं उत्तरदायी बनाएं। तकनीकी सहायक अपने आवंटित पंचायतों में कम से कम पांच वार्डों का प्रतिदिन निरीक्षण कर सभी लाभुकों को शुद्ध नल का जल उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

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