बिरादरी की संस्कृति, संस्कार व पहचान को कोई छीन नहीं सकता : सांसद



गंगई जाति के सम्मेलन में शामिल हुए अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह
फोटो- 19 केएसएन 13
संवाद सूत्र, बहादुरगंज (किशनगंज): अखिल भारतीय गंगई (गणेश) विकास परिषद के बैनर तले स्थानीय डाक बंगला में गंगई जाति का सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में अररिया सांसद प्रदीप कुमार सिंह बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जहां बीते दिनों पटना आयोजित गोलमेज सम्मेलन में गंगई (गणेश) समाज को निषाद जाति में शामिल की बात को सीमांचल के चार जिले पूर्णिया, अररिया, किशनगंज व कटिहार से आये पदाधिकारियों ने सीधे तौर पर खारिज कर दिया। मामले की शिकायत समय रहते ही राज्य सरकार तक पहुंचाने की बात कही गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद के उपाध्यक्ष सहदेव प्रसाद गणेश ने की। इस दौरान अखिल भारतीय गंगई (गणेश) विकास परिषद के आमंत्रण पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे अररिया के भाजपा सांसद ने भी गंगई बिरादरी को किसी की उपजाति बताने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की एवं कहा कि बिरादरी की संस्कृति, संस्कार व पहचान को कोई छीन नहीं सकता। बीते दिनों पटना में आयोजित निषाद समाज के गोलमेज सम्मेलन में गंगई (गणेश) को निषाद बिरादरी के उपजाति में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव भ्रामक व बेबुनियाद है। प्रकरण की शिकायत को लेकर वे शीघ्र ही अति पिछड़ा आयोग व राज्य सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से मिलकर उन्हें पुरी वस्तुस्थिति से अवगत करवायेगें। मौके पर अररिया सांसद प्रदीप सिंह ने कहा कि गंगई (गणेश) समाज के लोग अपनी तरक्की व खुशहाली के लिए लगातार प्रयासरत हैं। कार्यक्रम में टेढ़ागाछ प्रखंड के पूर्व प्रमुख रामेश्वर प्रसाद सिंह ने परिषद की ओर से शाल ओढ़ा कर सम्मानित किये। वहीं डा. पीपी सिन्हा, इंजीनियर मृत्युंजय प्रसाद सिंह, मदन कुमार सिन्हा, शक्ति कुमार सिन्हा, फुलेश्वर पाण्डेय, किशोर कुमार सिंह, जय कुमार सिंह, रवीन्द्र मंडल, फुर्ती लाल विश्वास, डा. बैधनाथ सिंह सहित अन्य लोगों ने अपना अपना विचार रखा।

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