कोरोनाकाल में गरीबों का सहारा बनी सरकार की मुफ्त अनाज योजना

पूर्णिया। कोरोनाकाल में लाकडाउन के बीच प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना खासकर गरीबों के लिए सहारा बनी हुई है। कोरोना की पहली लहर से ही यह योजना लोगों को लाभ दे रही है। करीब साल भर से चल रहे उक्त योजना से जिले में 5.77 लाख लोग लाभान्वित हो रहे हैं। जिला आपूर्ति पदाधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि उक्त योजना का लाभ लगातार गरीबों को दिया जा रहा है। अगले माह भी उक्त योजना का लाभ गरीबों को दिया जाएगा।

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एक लाख से अधिक लोग बेरोजगार होकर लौटे थे
मार्च 2020 में जब कोरोना की लहर देश में आई तो चारों तरफ हाहाकार मच गया। महामारी ऐसी फैली कि गरीब-अमीर, बच्चे-बूढ़े सब इसकी चपेट में आने लगे। इस महामारी की चपेट में इतने लोग आए कि अस्पताल में जगह कम पड़ गई। दवा के भी लाले पड़ गए। बीमारी से मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ने लगी। ऐसे में सरकार ने इससे बचने के लिए बड़ा निर्णय लिया और पूरे देश में लाकडाउन लागू कर दिया। लाकडाउन से बीमारी तो काबू में आई लेकिन लाखों लोगों की रोजी-रोटी छिन गई। दूसरे प्रदेशों में रहकर काम-धंधा कर अपने और अपने परिवार की जीविका चलाने वालों के काम छूट गए और जैसे-तैसे वे लोग अपने घरों को वापस लौटे। सिर्फ पूर्णिया में एक लाख से अधिक लोग लाकडाउन के कारण अपने घरों को लौटे। लेकिन यहां उनके समक्ष सबसे बड़ी संकट दो जून की रोटी का जुगाड़ करना था।

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मार्च 2020 से चल रही है यह योजना
ऐसे में केंद्र और राज्य सरकार ने उनकी सुधि ली और उन्हें मुफ्त राशन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि महामारी के समय में सरकार गरीबों के साथ है। कहा कि काम रोजगार छूटने से किसी भी गरीब को भूखा नहीं सोना पड़े इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने मार्च 2020 में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की। उक्त योजना के तहत हर गरीब को 5-5 किलो मुफ्त अनाज देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही राज्य सरकार ने भी पांच किलो मुफ्त अनाज देने की घोषणा की। इस तरह गरीबों को माह में 10 किलो मुफ्त अनाज मिलने लगा और लोगों के घरों का चूल्हा जलने लगी। इसके अलावा पीडीएस से सस्ते दर पर भी अनाज मिलता रहा। इससे गरीबों को काफी सहारा मिला। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के नागरिक जैसे सड़क पर रहने वाले, कूड़ा उठाने वाले, फेरी वाले, रिक्शा चालक, प्रवासी मजदूर एवं अन्य गरीब लाभ उठा रहे हैं। लाखों लोग आज इस योजना लाभ से लाभान्वित हो रहे हैं।

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