रौटा से दबोचे गए सन्नी हत्याकांड के आरोपित सगे भाई

पूर्णिया। बैंक कर्मी सन्नी सिंहा के बहुचर्चित हत्या मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपित दो सगे भाईयों को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया। दोनों को रौटा थाना क्षेत्र के चंदरपुर गांव से गिरफ्तार किया गया है। वारदात के आठ दिन के अंदर ही पुलिस ने हत्याकांड के चारों नामजदों को सलाखों के पीछे भेज दिया। गत 14 सितंबर को ही दो अन्य नामजदों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गिरफ्तार आरोपित सगे भाईयों में खजांची हाट सहायक थाना क्षेत्र के लूट मोहल्ला निवासी स्व. मु. खुर्शीद का पुत्र मु. लाडला व मु. लाल शामिल है। पुलिस ने उक्त चाकू भी बरामद कर लिया है, जिससे सन्नी सिंहा की हत्या की गई थी। सदर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सरोज ने बताया कि गिरफ्तार मु. लाडला व मु. लाल ने घटना में अपनी संलिप्तता भी स्वीकार कर ली है। उन्होंने बताया कि 13 सितंबर की शाम बाड़ी हाट निवासी सन्नी सिंहा की भांजी की शादी थी। इसी दौरान मु. लाडला बिन बुलाए मेहमान बनकर उनके घर पहुंच गए। यह देख सन्नी सिंहा ने उसे अपने घर से निकाल दिया। इस रोष में मु. लाडला अपने भाई मु. लाल के साथ-साथ लूट मोहल्ला के ही साथी मु. शाहिल व मु. शाकीब व अन्य अज्ञात के साथ पलटकर आ गया और सन्नी सिंह के घर के सामने ईट पत्थर फेंकते हुए उसे ललकारने लगा। इस दौरान आरोपितों ने घर से निकले सन्नी सिंहा को चाकू घोंप दिया, जिससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतक सन्नी सिंहा की मां के बयान पर मु. लाडला, मु. लाल, मु. शाहिल व मु. शाकिब को नामजद करते हुए दस-बारह अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस आलोक में पुलिस ने मु. शाहिल व मु. शाकिब को 14 सितंबर को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इधर फरार दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक दयाशंकर द्वारा एसडीपीओ एसके सरोज के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम में सहायक केहाट थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, सहायक अवर निरीक्षक अब्दुल मन्नान सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। विशेष टीम द्वारा तकनीकी व मानवीय सूत्रों के आधार पर दोनों को रौटा थाना क्षेत्र के चंदरपुर गांव से दबोच लिया। जानकारी के अनुसार चंदरपुर में एक शिक्षिका के घर दोनों छिपे हुए थे। हत्याकांड को लेकर लोगों ने जमकर काटा था बवाल


गत 13 सितंबर को सन्नी सिंहा की हत्या के बाद 14 सितंबर को आक्रोशित स्वजनों व स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा था। लोगों ने लाइनबाजार-नेवालाल चौक पथ को सहायक थाना क्षेत्र के समीप जाम कर दिया था। इस दौरान लोगों ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप भी लगाए थे। बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए वहां पुलिस अधीक्षक दयाशंकर को खुद पहुंचना पड़ा था।

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