अधिकारी घर-घर खुद घूमे और फाइलेरिया उन्मूलन के लिए लोगों को जागरूक कर दवा खिलाई

सीतामढ़ी। जिला में चल रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के पर्यवेक्षण हेतु दिल्ली से पीसीआई के रानपाल सिंह ने जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा. रवींद्र कुमार यादव के साथ कार्यालय में अब तक के कार्यों तथा कार्ययोजना की समीक्षा की एवं क्षेत्र भ्रमण कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होने डुमरा के विश्वनाथपुर, अमघट्टा, तलखापुर क्षेत्र का भ्रमण किया। विश्वनाथपुर में उस घर पर भी गए जहां के लोगों ने दवा की खुराक लेने से इनकार कर दिया था। जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी ने जब यह समझाया कि आप स्वस्थ दिख रहे हैं बावजूद आपके रक्त में फाइलेरिया के सूक्ष्म कृमि हो सकते हैं, जो आठ से 10 साल में हाथीपांव या हाईड्रोसील का कारण बन सकते हैं तो पूरे परिवार के एक-एक सदस्यों ने उनके सामने दवा की खुराक खाई। अमघट्टा एवं तल्खापुर में विद्यालय से वापस लौटे बच्चों को भी दवा खिलाई गई। डा. यादव ने बताया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकरियों को स्कूली छात्रों को दवा खिलाने हेतु तीन से चार बजे अपराह्न में जब बच्चे स्कूल से घर आते हैं, दवा खिलाना सुनिश्चित करने को कहा गया है। पीसीआइ के रानपाल सिंह ने जिला में जनजागरूकता हेतु किए गए प्रयासों की सराहना की। खासकर फाइलेरिया जागरूकता रथ, दीवाल लेखन, पोस्टर एवं मोबाइल पर एवं इंटरनेट मीडीया पर दिए गए ऑडियो-वीडीओ संदेश की सराहना की। क्षेत्र मे आशा कार्यकर्ता द्वारा दवा खिलाने को उन्होंने संतोषप्रद बताया। जिला में चल रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के पर्यवेक्षण हेतु दिल्ली से पीसीआई के रानपाल सिंह ने जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी डा. रवींद्र कुमार यादव के साथ कार्यालय में अब तक के कार्यों तथा कार्ययोजना की समीक्षा की एवं क्षेत्र भ्रमण कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होने डुमरा के विश्वनाथपुर, अमघट्टा, तलखापुर क्षेत्र का भ्रमण किया। विश्वनाथपुर में उस घर पर भी गए जहां के लोगों ने दवा की खुराक लेने से इनकार कर दिया था। जिला भीबीडी नियंत्रण पदाधिकारी ने जब यह समझाया कि आप स्वस्थ दिख रहे हैं बावजूद आपके रक्त में फाइलेरिया के सूक्ष्म कृमि हो सकते हैं, जो आठ से 10 साल में हाथीपांव या हाईड्रोसील का कारण बन सकते हैं तो पूरे परिवार के एक-एक सदस्यों ने उनके सामने दवा की खुराक खाई। अमघट्टा एवं तल्खापुर में विद्यालय से वापस लौटे बच्चों को भी दवा खिलाई गई। डा. यादव ने बताया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकरियों को स्कूली छात्रों को दवा खिलाने हेतु तीन से चार बजे अपराह्न में जब बच्चे स्कूल से घर आते हैं, दवा खिलाना सुनिश्चित करने को कहा गया है। पीसीआइ के रानपाल सिंह ने जिला में जनजागरूकता हेतु किए गए प्रयासों की सराहना की। खासकर फाइलेरिया जागरूकता रथ, दीवाल लेखन, पोस्टर एवं मोबाइल पर एवं इंटरनेट मीडीया पर दिए गए ऑडियो-वीडीओ संदेश की सराहना की। क्षेत्र मे आशा कार्यकर्ता द्वारा दवा खिलाने को उन्होंने संतोषप्रद बताया।

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