जीएमसीएच में जल्द शैक्षणिक सत्र शुरू करने की उम्मीद को लगा झटका

पूर्णिया। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल पूर्णिया का 2021-22 शैक्षणिक सत्र शुरू करने की उम्मीद को झटका लगा है। राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग से एमबीबीएस कोर्स संचालन के लिए अनुमति पत्र देने से फिलहाल इनकार कर दिया है। इस संबंध में एनएमसी ने जीएमसी पूर्णिया को पत्र लिखकर कमियों से अवगत कराया है और 21 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। मेडिकल मूल्यांकन व रेटिग बोर्ड ( मार्ब) ने 11 अगस्त को दो सदस्यीय विशेषज्ञ टीम ने मानव संसाधन और आधारभूत संरचना का मूल्यांकन किया था। उसी रिपोर्ट के आलोक में फिलहाल मानक के अनुकूल नहीं पाया गया है। एनएमसी के पत्र के मुताबिक कालेज का आधारभूत संरचना मसलन क्लास रूम, परीक्षा भवन, प्रयोगशाला भवन अभी निर्माणाधीन है और वहां कोई उपकरण उपलब्ध नहीं है। डिमोंस्ट्रेशन रूम, पुस्तकालय भी निर्माणाधीन है और ना ही फर्नीचर है और ना ही किताबें ही खरीदी गई है। महिला और पुरूष हास्टल , फैकल्टी आवास, नर्स होस्टल का भी वही हाल किसी तरह का फर्नीचर उपलब्ध नहीं है। फैकल्टी की भारी कमी है। अस्पताल को क्रियाशील बताया गया है, ओटी और आइसीयू भवन निर्माणाधीन है। वहां कोई उपकरण मौजूद नहीं पाया गया था। फैकल्टी की कमी है। एनएमसी ने कमियों को दूर करने और सूचना देने का निर्देश जीएमसीएच को दिया है। मार्ब के अवलोकन के आलोक में एमबीबीएस कोर्स 2021-22 शैक्षणिक सत्र के लिए अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। जीएमसी को एनएमसी के मार्ब को तीन सप्ताह के अंदर सूचित करने का निर्देश दिया है। कमियों के सुधार संबंधित उठाये गए कदम की जानकारी के बाद मार्ब को वर्तमान सत्र प्रारंभ करने के लिए अनुमति के लिए भौतिक सत्यापन की आवश्यकता होगी तो करेगा।


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एमबीबीएस कोर्स में होगा 100 सीट
सदर अस्पताल के मानव संसाधन और उपलब्ध सभी आधारभूत संरचना को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में समाहित कर दिया गया था।राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय और अस्पताल में एमबीबीएस कोर्स के लिए 100 सीटों पर नामांकन क्षमता के अनुरूप पठन -पाठन का कार्य प्रारंभ किया जाना है। 2021 -22 सत्र प्रारंभ करने के लिए अनुमति पत्र के लिए आयुर्विज्ञान आयोग नई दिल्ली के मेडिकल मूल्यांकन और रेटिग बोर्ड ( मार्ब) ने आधारभूत संरचना और अन्य विदुओं पर मूल्यांकन किया था। टीम में कोलकाता से डा. सुरेश दुलारा और कोटा से डा. गुलेरिया शामिल थे।
भवन निर्माण कार्य अभी भी जारी -:
पांच सौ बेड के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए निर्माण कार्य चल रहा है। बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) के मेडिकल कॉलेज अस्पताल का भवन निर्माण कार्य कर रही है। 365.58 करोड़ की राशि से भवन का निर्माण किया जा रहा है। 519 बेड का छात्रावास होगा। जिसमें छात्र, छात्राएं, रेसिडेंट चिकित्सक के रहने की व्यवस्था है। इसके साथ 200 बेड का धर्मशाला होगा जिसमें मरीज के परिजन की रहने की सुविधा होगी। इसमें 9 शल्य कक्ष जो मॉडूलर ऑपरेशन थियेटर होगा। इसमें आधुनिक सुविधा मौजूद होगी। 50 आईसीयू (सघन चिकित्सा कक्ष) की सुविधा होगी।
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