सदर अस्पताल में दर्द से पांच घंटे छटपटाती रही प्रसूता

लखीसराय। सदर अस्पताल प्रशासन के ढुलमुल रवैया के कारण चिकित्सकों की मनमानी जारी है। इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सोमवार को एक बार फिर महिला चिकित्सक ने जटिल प्रसव की स्थिति उत्पन्न होने पर सिजेरियन प्रसव नहीं कराया। इस कारण करीब पांच घंटे तक प्रसव पीड़िता सदर अस्पताल में दर्द से छटपटाती रही। रोस्टर ड्यूटी के मुताबिक सुबह आठ बजे की जगह दोपहर 12:16 मिनट पर सदर अस्पताल पहुंची महिला चिकित्सक सिजेरियन प्रसव कराने को लेकर बहाना बनाती रही। दो बजते ही वे अस्पताल से चली गई। इसके बाद दो बजे ड्यूटी पर आने वाले डा. अविनाश कुमार सत्यम ने प्रसव पीड़िता का सिजेरियन प्रसव कराया। जानकारी के अनुसार चानन प्रखंड अंतर्गत बरारे के सावन कुमार की पत्नी वनीता देवी को सुबह 10:00 बजे प्रसव कराने के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जटिल प्रसव की स्थिति उत्पन्न होने पर अस्पताल प्रशासन ने रोस्टर ड्यूटी के मुताबिक डा. संगीता राय को फोन करके बुलाया। इसके बाद डा. संगीता राय दोपहर 12:16 बजे अस्पताल पहुंची। मू‌र्च्छक एवं सहयोगी स्वास्थ्य कर्मी की व्यवस्था करने को कही। मू‌र्च्छक के रूप में डा. विकास कुमार झा पहले से ही मौजूद थे। इसके अलावा एक अन्य मू‌र्च्छक डा. मणिभूषण को भी बुलाया गया। सहयोगी भी उपलब्ध थे। इसके बावजूद डा. संगीता राय ने सिजेरिन प्रसव नहीं कराया। इसके बाद दो बजते ही अस्पताल से निकल गई। इसके बाद ड्यूटी पर आए डा. अविनाश कुमार सत्यम ने तीन बजे प्रसव पीड़िता का सिजेरियन प्रसव कराया। इधर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. बिपिन कुमार ने बताया कि डा. संगीता के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए सिविल सर्जन से अनुशंसा की जाएगी। इधर डा. संगीता राय की मानें तो समय पर एनेसथिसिया एवं सहयोगी की व्यवस्था नहीं की जा सकी। इस कारण सिजेरियन प्रसव नहीं कराया गया। उनकी रोस्टर ड्यूटी का समय पूरा हो गया इसलिए वे अस्पताल से निकल गई।


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