कम उम्र में विवाह हुआ, पति को खोया और आज बनी हैं प्रेरणास्त्रोत

लखीसराय। परिवार की आर्थिक परेशानी की वजह से कम उम्र में ही वैवाहिक बंधन में बंधकर मुंगेर जिले के असरगंज में अपना नया आशियाना बनाने का सपना लिए एक लड़की पति के घर गई। लेकिन, वक्त ने ऐसी करवट ली कि एक हादसे में पति ने सदा के लिए साथ छोड़ दिया। ससुराल के उस समय के वक्त और हालात को देखते हुए वह अपनी तीन संतानों के साथ वापस लखीसराय स्थित अपने मायके आ गई। पहाड़ सी जिदगी कैसे और किसके भरोसे कटेगी और तीन बच्चों के संग उसकी मां का पालनहार कौन होगा यह भी बड़ी चुनौती थी। बावजूद अपने पिता के घर में बेटी को ऐसा छांव मिला कि आज वह दूसरों के लिए न सिर्फ प्रेरणास्त्रोत बनी हुई हैं बल्कि युवाओं को रेाजगार भी दे रही है। यह कहानी शहर के गोशाला गली की सपना कुमारी की है। नाम के अनुरूप ही सपना के सपने को पंख लग गया है। उसने शुरुआती हादसे को कभी मजबूरी नहीं बनने दिया। कामर्स से ग्रेजुएशन की ली गई शिक्षा और कंप्यूटर की जानकारी काम आई। अपने भाई के टैक्स फर्म में काम करना शुरु किया। पढ़ाई और काम में बचपन से ही लगनशील रहने वाली सपना ने कुछ ही वर्षों में लखीसराय में अपनी एक अलग पहचान स्थापित कर ली है। संस्था पंख और इनरव्हील क्लब लखीसराय से जुड़कर समाजसेवा में भी योगदान कर रही है। पति का साथ छूटने के बाद अपनी बेटियों और कई अन्य महिलाओं के लिए आदर्श बन चुकी है। आज राज्य के जिलों में टैक्स फर्म का केंद्र खोलकर दूसरों को रोजगार देने का काम कर रही है। पंख के माध्यम से छोटे बच्चों एवं बच्चियों को उनके सपने देखने एवं उसे साकार करने के लक्ष्य का गुर भी बताती है। उनके इस प्रयास और काम की सराहना की जा रही है।


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