दिव्यांग बच्चे खेल और सांस्कृतिक प्रतियोगिता में दिखाएंगे प्रतिभा

बेतिया । सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग बच्चे विभिन्न तरह के खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों से प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इसको लेकर खेल सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा है। भेजे गए पत्र में कहा है कि दिव्यांगों के प्रति लोगों के व्यवहार में बदलाव लाने, उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने और स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों की क्षमताओं के प्रति विश्वास और विकास के अवसर सृजित करने के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित करें। स्कूलों में दिव्यांग बच्चों के बीच साल भर खेल व अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां का आयोजन करें। इसको लेकर विश्व दिव्यांगता दिवस तीन दिसंबर से पहले स्कूलों में प्रतियोगिता आयोजन करना है। शिक्षा परियोजना निदेशक ने निर्देश दिया है कि 3 से 18 साल के बच्चे जो कि नियमित विद्यालयों में अध्ययनरत हैं, उन्हें ही इस प्रतियोगिता में शामिल करना है। बच्चों की उम्र और कक्षा को ध्यान में रखते हुए समूहों में बांटकर गतिविधियां का आयोजन करना है। स्कूलों में 1 दिसंबर के पहले प्रतियोगिता का आयोजन करना है। स्कूल स्तर पर विजेता प्रतिभागी 2 दिसंबर को प्रखंड स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेंगे। प्रखंड स्तर के विजेता छात्र छात्रा जिला स्तर पर आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। बच्चों की शारीरिक बौद्धिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए स्थानीय खेल जिसमें दौड़, जलेबी दौड़, सुई धागा, प्रतियोगिता, ट्राईसाईकिल दौड़, साइकिल दौड़, कबड्डी, डिस्कस थ्रो, गोला थ्रो, कला प्रतियोगिता, नृत्य संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियां का आयोजन कराया जाएगा। इन बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता भी कराई जाएगी। ²ष्टिबाधित बच्चों के लिए विशेष रूप से ब्रेल लेखन-वाचन प्रतियोगिता करना है। इसमें शामिल होने वाले सभी छात्र छात्राओं को गर्म कपड़े, जूते, बैग आदि दिए जाएंगे। पहला, दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले को प्रमाण पत्र व स्मृति चिह्न दिया जाएगा।


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