जोगबनी से ट्रेन की संख्या बढाने को लेकर होने लगी मांग

संसू, जोगबनी(अररिया): दुर्गापूजा, दीपावली एवं आस्था के महापर्व छठ के साथ साथ 18माह से बंद सीमा के नेपाल बैरियर कै खुलते ही यात्रियों की संख्या बढ गई। जिस कारण

जोगबनी से ट्रेनों की संख्या बढाने की मांग जोर पकड़ने लगी है।लोगों ने इसके लिए कटिहार रेल मंडल प्रबंधक को भी पत्र लिख पूजा एवं पडोसी देश से पर्व के मौके पर लोगों के अवागमन को ध्यान में रखते हुए जोगबनी से ट्रेनों के परिचालन को पूर्ववत करने तथा आम्रपाली एक्सप्रेस को जोगबनी से चलाने की मांग किया है।इस सबंध में मोरंग व्यापार संगठन के पूर्व उपाध्यक्ष सह रेलवे चेंबर आफ कामर्स के सदस्य राकेश सुराना ने बताया कि कोरोना के कारण सीमा बंद था लेकिन अब दोनों देश के सीमा को खोलते हुए अवागमन को पूर्वत की तरह कर दिया है।ऐसे में लोग भारतीय क्षेत्रों में रह रहे रिश्तेदार एवं नेपाल में अपने रिश्तेदारों से मिलने हेतु अवागमन की सुविधा नहीं होने से परेशान हैं।उन्हें अतिरिक्त व्यय करना पड रहा है।उन्होंने कहा कि नेपाल में दुर्गा पूजा महापर्व के रूप में मनाया जाता है।दुर्गा पूजा से ही दीपावली तक भाई टीका(भैया दूज)होता है।जिसमे भाई बहनों के यहां जाकर टीका लगवाता है। ऐसे में ट्रेनों का परिचालन पूर्ववत शुरू नहीं किये जाने से लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कटिहार रेल प्रबंधक से भी हमलोगों ने आग्रह किया है। इस संबंध में युवा कांग्रेस के नगर अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि केंद्र की सरकार जनता पर अनावश्यक ट्रासपोर्टिग का बोझ डाल रही हैं।इस सबंध में जोगबनी मुख्य पार्षद प्रतिनिधि राजू राय ने बताया कि पैसेंजर ट्रेन लाकडाउन अनलाक होने के बाद आवश्यकता के अनुसार सवारी ट्रेनों की संख्या में कमी है । सवारी गाड़ी की कमी होने से दैनिक यात्रियों सहित ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी परेशानी हो रही है।इस सबंध में राजद के मुनिलाल यादव ने बताया कि बर्तमान सरकार गरीब विरोधी है चूंकि गांवों को शहर से जोड़ने का रास्ता, सरल व सुगम माध्यम ट्रेन ही है। लेकिन रेलवे की ओर से अनलाक में अन्य गाड़ियां तो स्पेशल बनाकर चला दी गई हैं। लेकिन पैसेंजर ट्रेनों की कमी से लोगों को अधिक पाकेट ढीली करनी पड़ रही है।

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