SBI ने अपने करोड़ों ग्राहकों को चेताया- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें, हो सकता है बड़ा नुकसान

देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को चेतावनी दी है. ग्राहकों को आगाह करते हुए SBI ने कहा है कि किसी भी अनजान बिना जाने-पहचाने सोर्स वाले लिंक पर ने से पहले कई बार सोच लें. यह आपको भारी नुकसान में डाल सकता है. स्टेट बैंक के मुताबिक इस तरह के अनजाने लिंक फिशिंग अटैक को बुलावा दे सकते हैं.

इस तरह के लिंक किसी प्रलोभन देने वाले मैसेज में हो सकते हैं. हो सकता है मैसेज में लिखा हो कि फलां बैंक से आपको एक गिफ्ट मिला है. अगर ऐसा कोई मैसेज मिलता है तो भूल कर भी उसे न खोलें और उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक न करें. यह आपकी गाढ़ी कमाई के खिलाफ बड़ी साजिश हो सकती है और झटके में आपकी कमाई गलत हाथों में जा सकती है. ऐसी वारदात आजकल खूब देखने और सुनने में आ रही हैं.
देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ग्राहकों को इन सुरक्षा खतरों के बारे में सचेत किया है. ट्वीट में कहा गया है: 'क्या आप इन लिंक को अपने इनबॉक्स में प्राप्त कर रहे हैं? स्टीयर क्लियर! इन फ़िशिंग लिंक पर ने से आपकी व्यक्तिगत और सीक्रेट जानकारी गलत हाथों में जा सकती है. सतर्क रहें. ने से पहले सोचें.'
Are you receiving these links in your inbox? Steer Clear! Clicking on these phishing links could lead to loss of your personal and confidential information. Stay alert. Think before you click!#ThinkBeforeYouClick #StayAlert #StaySafe #CyberSafety pic.twitter.com/e9v3E31Nny
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) October 17, 2021
function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
फ़िशिंग हमले करने वाले फ्रॉडस्टर अकसर ग्राहकों के व्यक्तिगत पहचान के डेटा और बैंकों से जुड़ी जानकारी को चुराने के लिए सोशल इंजीनियरिंग और टेक्निकल फ्रॉड दोनों का इस्तेमाल करते हैं. एसबीआई ग्राहकों को नीचे दी गई प्रक्रिया के बारे में जानना चाहिए जिसके द्वारा फ़िशिंग हमले होते हैं. अगर ग्राहक इन जानकारियों को अमल में ले और उस पर गौर करे तो फिशिंग अटैक से बचा जा सकता है.
फिशिंग से बचने का उपाय
किसी अज्ञात स्रोत से ई-मेल के माध्यम से आए किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए. इसमें खतरनाक कोड हो सकता है या 'फ़िशिंग हमला' हो सकता है. पॉप-अप विंडो के रूप में सामने आए पेज पर किसी को भी कोई जानकारी नहीं देनी चाहिए. बैंक ग्राहकों को यह बात याद रखनी चाहिए कि पासवर्ड, पिन, टिन आदि जैसी जानकारी पूरी तरह से सीक्रेट होती है और बैंक के कर्मचारियों/सेवा कर्मियों को भी इसकी जानकारी नहीं होती है. इसलिए मांगे जाने पर भी ऐसी जानकारी का खुलासा नहीं करना चाहिए.
SBI ने दी एक और बड़ी सुविधा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों की जरूरतों और मांगों को ध्यान में रखते हुए इंटरनेट बैंकिंग सेवा को 15 अलग-अलग भाषाओं में जारी किया है. देश में भाषाई विविधता को तरह-तरह की बोली को देखते हुए यह सर्विस जारी की गई है.
SBI offers Internet Banking services in 15 languages. Log on to https://t.co/iZkW9hpl83 and avail various banking facilities in your preferred language.#SBI #InternetBanking #RegionalLanguages #Diversity #India pic.twitter.com/bwyEIlnz6a
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) October 17, 2021
function catchException() {try{ twitterJSDidLoad(); }catch(e){}}
स्टेट बैंक ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी है. बैंक के मुताबिक ग्राहक www.onlinesbi.com पर ग्राहक अब 15 भाषाओं में इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा ले सकेंगे. हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, बांग्ला, मराठी, उड़िया, कोंकणी, तमिल, तेलुगु, मलयालम सहित कुल 15 भाषाएं शामिल की गई हैं. ग्राहक अपनी भाषा पर ने के बाद उसी के हिसाब से पूरी डिटेल ले सकेंगे और उसी भाषा में बैंकिंग का काम संपन्न कर सकेंगे.
: ई-ऑटो परमिट में महिलाओं को मिलेगा 33% आरक्षण, दिल्ली सरकार ने शुरू किया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

अन्य समाचार