आस्था के घाट पर वंदना की स्वरलहरियों ने छठव्रत को बनाया इंद्रधनुषी



मोतिहारी । कला संस्कृति व युवा विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में लोकपर्व छठ के अवसर पर शहर के अटल उद्यान में आयोजित भास्कर महोत्सव में सुप्रसिद्ध लोक गायिका वंदना शुक्ला ने ऐसी स्वरलहरियां के माध्यम से ऐसे रंग बिखेरी कि छठ की शाम इंद्रधनुषी हो गई। अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य देने के उपरांत भास्कर महोत्सव में नामचीन लोकगायिका वंदना शुक्ला ने अपनी सुरीली आवाज का ऐसा जादू बिखेरा कि सभी उनके आवाज के कायल हो गए। वंदना ने गाय के गोबर से अंगना निपाई से कार्यक्रम का आगाज किया। इसके बाद उन्होंने कई छठ गीतों की प्रस्तुति दी। इसके बाद उन्होंने लोक गीतों व पारंपरिक गीतों की झड़ी लगा दी। उनकी गीतों ने छठ घाट पर जुटे हर वर्ग के लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई। उन्होंने युवा व्रतियों के लिए गाया-पहिले-पहिले हम कईनी छठ मैया व्रत तोहार तो केलवा जे फरेला घवद से ओह पर सुगा जैसे वर्षों पुराने गीत से उम्रदराज लोगों की शाबासी बटोरी। शाम होने पर उन्होंने एक से बढ़कर एक लोक गीत भी सुनाएं जिससे युवा दिलों में उन्होंने गहरी छाप छोड़ी। कला संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उदघाटन राज्य सरकार के गन्ना उद्योग सह विधि मंत्री प्रमोद कुमार सदर एसडीएम सुमन सौरभ यादव (आईएएस), भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना, जिला महामंत्री डॉ. लालबाबू प्रसाद, एमएस कालेज के प्राचार्य डॉ. (प्रो.) अरुण कुमार व सुप्रसिद्ध लोक गायिका वंदना शुक्ला ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर शहर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. आशुतोष शरण, धनबाद के न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह, सरकारी अधिवक्ता कामाख्या नारायण सिंह, अशोक कुमार, नगर पार्षद गुलरेज शाहजाद, नगर पार्षद प्रतिनिधि छोटू शुक्ला, भाजपा के जिला महामंत्री मार्तण्ड नारायण सिंह, राजेश कुमार उर्फ संजू, अजीत कुमार पिटू, चरण प्रसाद तुतुल आदि मौजूद रहे। वहीं भास्कर महोत्सव का आयोजन छतौनी स्थित छठ घाट पर किया गया, जहां लोक गायक संजय उपाध्याय ने छठ व पारंपरिक लोकगीत गाए। उनका सुप्रसद्धि गायक अंजनी अशेष ने भी सहयोग किया।

---------------------------------------------------

अन्य समाचार