बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुविधा नदारद

पूर्णिया। अनुमंडल मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बायसी अनुमंडल बनने के 27 वर्ष बाद भी बायसी अनुमंडल अस्पताल का दर्जा नहीं मिला। प्रखंड क्षेत्र के लगभग चार लाख की आबादी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है लेकिन यहां स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति ठीक नहीं है। जिस का सबसे बड़ा मुख्य कारण पीएससी में मात्र सात बेड का मात्र एक प्रसव कक्ष इसके अलावा किसी भी बीमारी एवं मरीजों के लिए कोई भी कक्ष नहीं रहने के कारण ऐसे में लोग निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए मजबूर हैं।

स्वास्थ्य केंद्र में सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक ओपीडी चालू रहता है लगभग एक सौ मरीज इलाज के लिए प्रतिदिन पहुंचते हैं मरीजों को दवा की कमी रहने के कारण बाहर से दवाई खरीदना पड़ता है। स्वास्थ्य केंद्र में स्वच्छ पेयजल एवं बिजली की व्यवस्था ठीक नहीं है। मरीजों के लिए दो चापाकल लगे हैं एवं स्वच्छ पेयजल के लिए फिल्टर लगाएं गए हैं पर उनमें से पानी नहीं निकलता है। अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है जहां तहां कूड़ा जमा रहता है। बायसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं आपात स्थिति में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की व्यवस्था है यहां ऑक्सीजन 24 घंटे उपलब्ध है ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध है अस्पताल में एक्सरे व जांच की सुविधा है लेकन पीएससी में ना तो अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था है नाही ब्लड बैंक नहीं रहने की वजह से लोगों को बाहर से जांच करना पड़ता है स्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन थिएटर की व्यवस्था है जहां बंध्याकरण की सुविधा के अलावा और कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है जिसमें इमरजेंसी व ओपीडी के लिए दो ही बेड की व्यवस्था है सुविधा नाम मात्र है अस्पताल में प्रसव सुविधा तो है लेकिन चार लाख की आबादी में मात्र एक महिला डॉक्टर है जिनके भरोसे इलाज किया जा रहा। चार लाख आबादी वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव का काम दाई और नर्सों के हवाले हैं। प्रसव के समय अगर महिला को थोड़ी सी भी परेशानी हुई तो उसे तत्काल जिला अस्पताल पूर्णिया रेफर करना पड़ता है या तो पड़ोसी जिले किशनगंज,कटिहार जाने के लिए कह दिया जाता है। रास्ते में प्रसूता की जान आफत में रहती है इससे पूर्व भी कई जच्चा-बच्चा की मौत हो चुकी है लेकिन हालात सुधारने के लिए स्वस्थ विभाग गंभीर नहीं है। वहीं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन कोविड-19 की जांच की सुविधा तथा वैक्सीनेशन की सुविधा दी जा रही है चिकित्सकों की मानें तो प्रतिदिन पांच सौ लोगों को कोविड-19 जांच की जा रही है वहीं अस्पताल के जो भी स्वास्थ्य कर्मी है वह अस्पताल के आसपास ही भाड़े पर अपना-अपना आवास रखे हुए हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बायसी में मरीजों के रहने की सुविधा नहीं है। पीएससी में बेड की व्यवस्था पर्याप्त है लेकिन रखरखाव में कमी दिख रही है। बेड पर चादर नहीं रहने व गंदगी से मरीजों को परेशानी होती है इस संबंध में मरीज शिकायत भी करते हैं। अस्पताल में विभिन्न तरह के मुफ्त में जांच की सुविधा है लेकिन इस अस्पताल की जांच की विश्वसनीयता सही नहीं है। कई ऐसे मौके दिखे जब अस्पताल और बाहर की जांच रिपोर्ट मैं काफी भिन्नता पाई गई।

कोट:- प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ0 विजय कुमार ने बताया कि जर्जर भवन के संबंध में भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखा गया है लेकिन भवन निर्माण के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।कोविड-19 का प्रतिदिन पांच सौ जांच तथा वैक्सीनेशन किया जाता है।अस्पताल में स्वस्थ कर्मियों की कमी को लेकर भी बड़े अधिकारियों को अवगत कराया गया है अस्पताल में अन्य व्यवस्था सु²ढ़ है।जबकि बिना ड्रेसर एवं एक फार्मासिस्ट से किसी तरह काम किया जा रहा है।

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