अब 95 लोग थाना व जिला बदर, छह हजार से अधिक मामले दर्ज

समस्तीपुर। शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता है कि जब जिले में शराब या शराबी नहीं पकड़े जाते हों। हर दिन कार्रवाई होती है और धंधेबाज पकड़े जाते हैं। शराब तस्करी में वाहनों को भी जब्त कर लिया जाता है। जहरीली शराब पीकर लोग बीमार होते हैं और मर भी जाते हैं। लेकिन, अवैध शराब का सेवन और धंधा बदस्तूर जारी है। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए पुलिस सख्त है। बावजूद, धंधेबाज पस्त नहीं हो रहे हैं। बीते दिनों जिले के शाहपुर पटोरी थानाक्षेत्र में जहरीली शराब के सेवन के आर्मी और बीएसफ के जवान समेत सात लोगों की मौत हो गई है। इसके बाद पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठने शुरु हो गए थे। मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने मामले को संज्ञान में लिया और जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के साथ समीक्षा बैठक की। इसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से अभियान चलाकर धंधेबाजों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। शराबबंदी पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जिलाधिकारी ने मद्य निषेध के आरोप से संबंधित 95 लोगों को थाना और जिलाबदर किया। समस्तीपुर में एक दुकान तथा मोरवा और विभुतिपुर में शराब के भंडारण में प्रयोग में लाए जा रहे भूमि व मकान को राजसात किया। पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ने बताया कि लगातार अभियान चलाकर धंधेबाजों पर कार्रवाई की जा रही है। सभी थानाध्यक्षों को अलर्ट कर दिया गया है।


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सख्ती के बावजूद धंधेबाजों का हौसला बुलंद
राज्य में शराबबंदी के पांच वर्ष से अधिक वक्त हो गए। इस दौरान मद्य निषेध विभाग और पुलिस द्वारा कार्रवाई करते हुए अबतक 6 हजार 294 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं 6 हजार 806 मामले दर्ज किए गए। इस दौरान आठ लाख लीटर से अधिक मात्रा में शराब जब्त की गई। पुलिस विभाग ने 4 हजार 502 मामला दर्ज करते हुए 4 हजार 809 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। शराबबंदी कानून का पालन कराने में सक्षम नहीं रहने पर पुलिस पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई है। मद्य निषेघ एवं उत्पाद निरीक्षक प्रमोदित नारायण सिंह ने बताया शराब धंधेबाजों के खिलाफ मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग अपना अभियान अनवरत जारी रखेगा। जिन जगहों पर अवैध शराब के धंधे की शिकायत मिल रही है, वहां पुलिस कार्रवाई कर रही है।
शराब बरामदगी में अहम भूमिका निभाएंगे चौकीदार
जिले के विभिन्न थानों में पदस्थापित चौकीदारों को अपने कार्यक्षेत्र में हर गतिविधि पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है। गांव की गतिविधि पर चौकीदारों की नजर होती है। शराब कहां बन रही है और कौन बेच रहा है। इसकी भी खबर उन्हें रखनी होगी। इसकी खबर थाना में देंगे। साप्ताहिक परेड में चौकीदारी पुस्तक बीट पुस्तक में सभी सूचनाओं को संकलित किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि शराब के धंधे में अंकुश के लिए चौकीदारों की जबावदेही निर्धारित करते हुए पुलिस जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
शराब मामलों की थानावार होगी समीक्षा
शराब के अवैध कारोबार को रोकने के लिए पुलिस के स्तर से क्या कार्रवाई की गई। इसकी समीक्षा थानास्तर पर होगी। पड़ताल होगी कितनी शराब बरामद हुई। शराब के धंधे में लिप्त लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। यदि कार्रवाई नहीं हुई तो क्या वजह रही। थानावार समीक्षा में यदि पुलिस की लापरवाही सामने आती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मानवजीत सिंह
पुलिस अधीक्षक, समस्तीपुर

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