महेशखूंट में पठन-पाठन भगवान भरोसे, बंद रहते हैं स्कूल

खगड़िया। सरकारी प्राथमिक विद्यालय व मध्य विद्यालयों में पठन-पाठन भगवान भरोसे है। विद्यालय संचालन का धरातल पर केवल कोरम पूरा किया जा रहा है। पदाधिकारियों की निगरानी के अभाव में शिक्षक व प्रधानाध्यापक नियम-कानून को ताक पर रखकर विद्यालय का संचालन कर रहे हैं। विद्यालय खुलने व बंद होने का जैसे कोई समय निर्धारित नहीं है। प्रधानाध्यापकों की अपनी मर्जी है। कहीं विद्यालय देर से खुलता है तो कहीं आधे दिन के बाद ताला लटक जाता है। कहीं 15 प्रतिशत छात्र उपस्थित रहते हैं, तो कहीं दो- तीन कमरे में संयुक्त वर्ग संचालन कर समय काटा जाता है। जागरण टीम दो बजे दिन में महेशखूंट पंचायत की प्राथमिक विद्यालय पछियारी टोला पहुंची। विद्यालय में ताला लटक रहा था। वहां के लोगों ने बताया कि विद्यालय एक बजे तक ही खुला हुआ था। जब विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष अजीत पटेल के मोबाइल पर संपर्क किया गया और वस्तु स्थिति से अवगत कराया गया, तो उन्होंने कहा कि कल से ऐसा नहीं होगा। खुद निगरानी रखेंगे। वहीं दो बजकर 15 मिनट पर टीम प्राथमिक विद्यालय महरूपानगर कौआकोल मदारपुर पहुंची। वहां एक वर्ग कक्ष में नौ छात्र- छात्रा मौजूद थे। जिन्हें शिक्षक विभूति कुमार पढ़ा रहे थे। प्रधानाध्यापक किरण कुमारी कार्यालय में बैठी हुई थी। जबकि शिक्षिका श्वेता तिवारी अनुपस्थित थी। प्रधानाध्यापक ने बताया कि नामांकित छात्रों की संख्या 41 मात्र है। वर्ग कक्ष छह है। कार्य केवल एक वर्ग कक्ष से हो जाता है।


यह टीम दो बजकर 32 मिनट पर मध्य विद्यालय मदारपुर पहुंची। करीब 15 मिनट इंतजार के बाद मेन गेट का ताला खुला। प्रभारी शिक्षक सुनील पासवान ने बताया कि प्रधानाध्यापक अशोक शर्मा कार्मिक कोषांग की ट्रेनिग में हैं। यहां पर कुल शिक्षक 13 हैं। जिसमें छह शिक्षक छुट्टी पर थे। यहां नामांकित छात्र- छात्रों की संख्या 852 है। उपस्थिति 239 बताई गई। प्रभारी बीईओ गोगरी अरविद कुमार यादव ने कहा कि बैठक में हूं। यहां से वापस आने के बाद मामले को देख लेंगे। हर हाल में विद्यालय नौ से चार बजे तक खुला रहेगा।

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