अभाविप ने पीयू में वित्तीय अनियमितता की जताई आशंका, जांच की मांग



जागरण संवाददाता, पूर्णिया: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मगध विश्वविद्यालय की तरह ही पूर्णिया विश्वविद्यालय में घोर वित्तीय अनियमितता की आशंका जताई है। साथ ही इस पूरे मामले की जांच की मांग की है। अभाविप के प्रदेश सहमंत्री रवि गुप्ता ने कहा कि जिस तरह मगध विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितता उजागर हुआ है, उस स्थिति में पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया में यह आशंका निराधार नहीं है। यहां भी लोकायुक्त की जांच चल रही है और विगत सीनेट की बैठक में भी वित्तीय अनियमितता को लेकर सवाल उठाए गए थे। पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया में भी घोर अनियमितता बरती गई है। जांच में यह पता भी चला था कि पूर्णिया विश्वविद्यालय के पास अभी तक कैशबुक भी उपलब्ध नहीं है। इस कारण पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया का आडिट का कार्य भी रुक गया था। ऐसे में संदेह के घेरे में पहले से ही पूर्णिया विश्वविद्यालय पड़ा हुआ है। पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा स्मारिका, परीक्षा विभाग, ई लाइब्रेरी, आई कार्ड एवं विभिन्न कालेज द्वारा विभिन्न तरह की निकासी की गई राशि पर भी संदेह होना लाजमी है। पूर्व में भी काफी वित्तीय अनियमितता बरती गई है। ऐसे में इसकी जांच होनी चाहिए। बायोमेट्रिक उपस्थिति हो अनिवार्य

अभाविप नेताओं ने कहा कि अब स्थिति सामान्य हो चुकी है। ऐसे में पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया को सभी महाविद्यालयों में एवं विश्वविद्यालय परिसर में बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य कर देना चाहिए। साथ ही साथ छात्र छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय आने के लिए रूटीन भी जारी कर देनी चाहिए। वही आर्थिक तौर पर कमजोर छात्रों के लिए रिमेडियल क्लासेस भी चालू किया जाना चाहिए। जिला संगठन मंत्री सूर्या नंद राय ने कहा कि विश्वविद्यालय को अपनी छवि स्वच्छ रखने के लिए छात्राओं के हित में कार्य करना चाहिए। विशेष अभियान चलाकर खेलकूद ,पर्सनैलिटी डेवलपमेंट आदि गतिविधियों को गति देनी चाहिए। इस मौके पर नगर सह मंत्री राहुल यादव, कालेज उपाध्यक्ष कुंदन कुमार नंदन आदि मौजूद थे।। परीक्षा नियंत्रक पर प्राथमिकी को बताया दुर्भाग्यपूर्ण पूर्णिया: अभाविप नेताओं ने पूर्णिया विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक विनय कुमार सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि पूर्व में ही परीक्षा नियंत्रक द्वारा उच्च अधिकारी को यह सूचना दी गई थी कि शैक्षणिक सत्र को नियमित रखने के लिए वे चुनाव कार्य से दूर रहेंगे। साथ ही साथ वे अस्वस्थ भी चल रहे थे। कुछ दिन पूर्व ही वे कोरोना से संक्रमित हुए थे। ऐसे में पहले पूरी जांच पड़ताल कर होनी चाहिए थी।

अन्य समाचार