सीएम के कार्यक्रम रद होने से धरी रह गई रामनगर को अनुमंडल का दर्जा मिलने की उम्मीद

बगहा । वाल्मीकिनगर में कैबिनेट की बैठक रद होने से अब क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें भी धराशायी गई हैं। एक तरफ इस बैठक से बगहा को राजस्व जिला बनने की उम्मीद प्रबल हो गई थी। वहीं स्थानीय लोगों को यह उम्मीद थी कि अगर बगहा को जिला बनाया जाता है तो, रामनगर को भी अनुमंडल का दर्जा मिलेगा। जिससे कई तरह की सुविधाएं यहां पर भी होंगी। स्थानीय निवासी गुड्डू कुमार का कहना है कि मुख्यमंत्री का ध्यान वाल्मीकिनगर के साथ इस क्षेत्र पर भी है। अगर रामनगर को अनुमंडल का दर्जा मिलता तो, यहां काफी विकास होता। भूमि का निबंधन स्थानीय स्तर पर ही होता। इधर शेख फरमान का कहना है कि इससे कई सहूलियत लोगों को मिल जाती। बगहा जाने से भी मुक्ति मिल जाती। वाल्मीकिनगर के कार्यक्रम से प्रखंड के उत्तर स्थित सौनाहा गांव में प्रस्तावित आइटीआइ के निर्माण की आस भी लोगों में जगी थी। जिससे स्थानीय स्तर पर हीं छात्र छात्राओं को तकनीकी ज्ञान मिल पाता। इस क्षेत्र का आइटीआइ के कारण नाम भी रोशन होता। वहीं दूसरे क्षेत्र के बच्चे भी इस क्षेत्र में शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते। साथ हीं स्थानीय बच्चों को इसके लिए दूसरे शहर में नहीं जाना पड़ता। परसौनी पंचायत के मुखिया विजय कुमार का कहना है कि सालों से इस क्षेत्र के लोग आस लगाकर बैठे हैं। यह बच्चों के भविष्य का मामला है। इस बार सूबे के मुखिया से भी यह उम्मीद थी कि आइटीआइ की सौगात मिलेगी। पर, सबकी आस धरी की धरी रही गई। उल्लेखनीय है कि राजगीर के तर्ज पर आगामी 23 नवंबर को वाल्मीकिनगर में कैबिनेट के बैठक की संभावना थी। जिसके लिए युद्धस्तर पर तैयारियां चल रही थी। पर ऐन मौके पर बैठक को स्थगित कर दिया गया है।


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