डिक्की से कारतूस तथा जाली नोट बरामदगी मामले में सूचक ही निकला आरोपित

संवाद सू, पोठिया (किशनगंज): बाइक की डिक्की से जाली नोट और कारतूस बरामदगी मामले में सूचक ही आरोपी निकला और आखिरकार पुलिस ने आरोपी जुल्फकार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले में एक अन्य आरोपी प्रवीण सरकार को भी मोबाइल सीम हेराफेरी मामले में जेल भेजा गया है। घटना पोठिया थाना क्षेत्र की है और मामला 10 जनवरी का है ।

घटनाक्रम के तहत पोठिया थाना पुलिस से मिली सूचना के आधार पर एक बाइक के डिक्की से पांच कारतूस सहित 200 रुपए का 75 संदेहास्पद जाली नोट बरामद किया। इस मामले को लेकर मोटरसाइकिल के मालिक सऊद आलम पियाकुड़ी ( पोठिया) निवासी को पुलिस ने उसी वक्त हिरासत में भी लिया। लेकिन पूछताछ के क्रम में सऊद आलम ने इसे चुनावी रंजीश तथा आपसी प्रतिद्वंद्विता का परिणाम बताया ।

मामले को लेकर थानाध्यक्ष से लेकर जिला पुलिस कप्तान कुमार आशीष ने इसमें काफी तत्परता और गंभीरता दिखाई। जिसके बाद पूरे मामले की काल डिटेल तथा रिकाडिग काल डिटेल्स के साथ वाइस रिकाडिग व साक्ष्य के आधार पर सूचक जुल्फकार को सोमवार संध्या गिरफ्तार कर लिया गया तथा हिरासत और पुछताछ के लिए रखे गए सउद आलम को छोड़ दिया गया ।
मामला पोठिया थाना कांड संख्या 214 /21 भारतीय दंड विधान की धारा 420, 489 सी , 120 बी , 34 तथा आ‌र्म्स एक्ट के तहत जुल्फकार तथा प्रवीण सरकार के साथ- साथ कुछ अज्ञात के विरुद्ध दर्ज की गई है । यह मामला पोठिया थाना के अनि रुद्रनाथ ठाकुर के बयान के आधार पर दर्ज किया गया है । चुनावी रंजीश यहां तक दिखेगा इसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी । लेकिन पुलिस के अनुसंधान में तथा मोबाइल डिटेल ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया ।
पुलिस सूत्रों तथा प्राथमिकी के अनुसार 10 नवंबर के दिन जब पुलिस पदाधिकारी छठ पर्व पर विधि व्यवस्था में थे। उस दिन पोठिया थानाध्यक्ष कुंदन कुमार को एक खास नंबर से 33 दफा फोन कर उन्हें जानकारी दी गई कि इस नंबर के बाइक में जो पोठिया मस्जिद रोड में खड़ा है। उसके डिक्की में जाली नोट एवं कारतूस रखा हुआ है। साथ ही साथ एसपी किशनगंज को भी उनके मोबाइल में इस बात की जानकारी दी गई। जिसके बाद मौके पर अनि रुद्रनाथ ठाकुर भेजे गए और फिर सूचना के आधार पर ठीक वही सामान बरामद हुआ । लेकिन मामला संदेहास्पद प्रतीत होने के बाद जब सूचक से संपर्क साधने का प्रयास किया गया तो उसका मोबाइल लगातार स्विच आफ आने लगा । जिसके बाद पुलिस का शक और गहरा गया। फलस्वरुप मामले को गंभीरता से लेते हुए मोबाइल डिटेल्स खंगाला गया ।
इस बीच जांच के क्रम में यह मोबाइल सीम जिससे सूचना दी गई थी, वह खजूरबारी के रफीक नामक एक व्यक्ति का बताया गया। जिसने पूछताछ के क्रम में बताया कि उसने दो सीम प्रवीण सरकार ( पोठिया कालोनी निवासी )से खुलवाया था । लेकिन एक सिम दिया गया तथा दूसरा सिम बाद में देने की बात कही गई । फिर इस आधार पर प्रवीण सरकार से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने अपने मित्र आवेश पिता जुल्फकार को सिम देने की बात कही । प्रवीण सरकार के मुताबिक आवेश ने यह कहकर उनसे सिम लिया की उनके पिता वार्ड सदस्य के चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं । इसलिए उनको एक सिम की जरूरत है। लेकिन आवेश ने सिम लेने से साफ साफ मना कर दिया । फिलहाल इसकी जांच चल रही है। लेकिन प्रथम ²ष्टया प्रवीण सरकार भी कानूनी तौर पर पुलिसीया जांच में दोषी पाए गए । मामले की आगे भी जांच चल रही है, फिलहाल पुलिस ने जुल्फकार ( पियांकुड़ी निवासी ) तथा प्रवीण सरकार को मंगलवार को जेल भेज दिया है । इस बाबत थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने जेल भेजे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि जांच आगे जारी है ।

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