खाद नहीं मिलने से नाराज किसान सड़क पर उतरे

संवाद सूत्र, त्रिवेणीगंज (सुपौल) : किसानों की समस्याओं को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों सहित संबंधित विभाग के अधिकारी दावे तो जरूर करते हैं लेकिन यह दावे महज कागज तक ही समिति रह जाते हैं। प्रखंड क्षेत्र के किसानों के समक्ष अभी डीएपी खाद की समस्या उत्पन्न हुई तो कोई भी किसान संगठन व राजनीतिक दल आगे नहीं आया बल्कि किसानों को खुद अपने हक के लिए सड़क पर उतरना पड़ा।

इस वर्ष किसानों को पहले तो कोरोना संकट और बीते महीने धान की फसल पर कुदरत के कहर ने रोजी- रोटी के लिए मजबूर कर दिया। धान रोपनी करवाकर दो वक्त की रोटी के लिए अन्य प्रदेश जाने वाले किसानों को इस बार कोरोना का कहर ने गांव में ही ब्रेक लगा दिया। किसानों ने कर्ज लेकर धान की खेती की, लेकिन अंतिम समय में आई आफत की बारिश ने अरमानों पर पानी फेर दिया। अब खेती में खाद की जरूरत के ऐन मौके पर डीएपी की किल्लत ने किसानों को परेशान कर दिया है। इसके लिए किसान दर-दर भटक रहे हैं। अपनी खेती-बाड़ी व काम-काज छोड़कर किसान रात-दिन खाद के चक्कर में लगे हुए हैं। खाद नहीं मिलने से नाराज किसानों का सब्र का बांध शनिवार को टूट गया था जिससे आक्रोशित किसान ने बाजार के मध्य से गुजरने वाली एनएच 327 ई को बिस्कोमान के समीप जामकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी एसजेड हसन के आश्वासन पर आक्रोशित किसान शांत हुए थे।
दहेज प्रथा और बाल विवाह के प्रति छात्रों को किया गया जागरूक यह भी पढ़ें
किसान हरिनारायण यादव, रियाज अंसारी, सुमित यादव, महादेव यादव, अर्जुन यादव, तेजनारायण यादव, बलदेव यादव, अनिल कुमार ने बताया कि डीएपी खाद के लिए करीब एक सप्ताह से दर-दर भटक रहे हैं, लेकिन कहीं भी खाद उपलब्ध नहीं है। बोआई का समय निकल रहा है। बताया कि चोरी छिपे कई जगहों पर खाद की बिक्री की जा रही है। प्रति पैकेट 200 से 400 रुपये ज्यादा लिया जा रहा है। इस संबंध में एसडीओ ने बताया कि सभी जगहों पर एक दिसंबर से खाद उपलब्ध करा दी जाएगी।

अन्य समाचार