बाल विवाह और दहेज प्रथा समाज के लिए अभिशाप

संवाद सहयोगी, वीरपुर (सुपौल) : बाल विवाह एवं दहेज उन्मूलन को लेकर गठित अनुमंडल टास्क फोर्स के द्वारा ललित नारायण स्मारक महाविद्यालय के प्रांगण में छात्र-छात्राओं के बीच जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता कर रहे प्रो. एसपी मंडल ने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा समाज के लिए अभिशाप है। कम उम्र में शादी होने से शारीरिक एवं मानसिक रूप से कमजोर बच्चे का जन्म होता है जो बाद में परेशानी का कारण बन जाता है। कहा कि दहेज प्रथा के कारण समाज कमजोर हो रहा है। परिवार तबाह हो रहा है। इसको रोकने की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर है। इसके लिए आप आगे आएं समाज को जागरूक करें। इस बुराई को जड़ से खत्म करने में सहयोग करें। बाल विवाह करवाना और दहेज लेना तथा देना कानूनन अपराध है। इसके लिए दो साल की सजा एवं एक लाख का जुर्माना का कानूनन प्रावधान है।

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डा. कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि स्वेच्छा से सबल बनकर पढ़ लिखकर मन पर संयम करते हुए चारित्रिक विकास करने से इस कुप्रथा पर विजय प्राप्त किया जा सकता है। प्रो. विमलानंद पाठक ने कहा कि दहे•ा प्रथा जैसी कुरीति चंद्रगुप्त मौर्य एवं सेल्युकस के समय से ही लोगों को प्रभावित करती रही है। प्रो. रिषभ कुमार ने दहेज उन्मूलन अधिनियम की जानकारी देते हुए लोगों को अपने अधिकार एवं कर्तव्य को समझने की बातें कही। डा. विनय कुमार, डा. बेनु मंडल, प्रो. मोहित कुमार के साथ-साथ छात्र छात्राओं में अर्पिता साइना, प्रीति, अंजली, अरबिद सहित अन्य कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। मंच संचालन डा. अरुण कुमार झा ने तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी प्राचार्य विनय कुमार ने किया।

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