झंझारपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत में 237 मामलों का निष्पादन

मधुबनी । लोक अदालत लोगों को आसान एवं त्वरित न्याय दिलाने के लिए जाना जाता है। इस अदालत में आए मामलों का निष्पादन दोनों पक्षकारों के बीच समझौता के आधार पर किया जाता है। यह बातें राष्ट्रीय लोक अदालत की अध्यक्षता करते हुए एडीजे सह अनुमंडल विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष अविनाश कुमार -प्रथम ने कही। इस लोक अदालत में एक करोड़ 38 लाख, 52 हजार 214 रुपये की समझौता राशि पर 237 मामलों का निष्पादन किया गया। इस लोक अदालत में झंझारपुर एवं फुलपरास अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न मामलों के निष्पादन के लिए तीन बेंच बनाए गए थे। प्रथम बेंच का नेतृत्व एसीजेएम सह अनुमंडल विधिक सेवा समिति के सचिव अजय शंकर प्रसाद ने किया। इस बेंच में एसीजेएम प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय अदालत से जुड़े आपराधिक मामलों के साथ ही पीएनबी एवं अन्य बैंकों के मामलों का निपटारा किया गया। वहीं दूसरे बेंच का नेतृत्व प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी शैलेंद्र ने किया। इस बेंच के तहत जेएम प्रथम, एडीजेएम, मुशिफ एवं एसबीआइ आदि बैंकों के मामलों का निष्पादन किया गया। वहीं तीसरा बेंच का नेतृत्व द्वितीय श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी विनीत कुमार साह ने की। इस बेंच के अधीन इंडियन, यूबीजीबी आदि बैंकों के साथ ही टेलीफोन के मामलों को निपटारा के लिए शामिल किया गया था। लोक अदालत की कार्यवाही में सहयोग देने वाले लोगों में अधिवक्ता सरिता सिंह, बसंत कुमार सिंह, ओमप्रकाश यादव, कोर्ट कर्मियों में अरुणेश कुमार, चौधरी मोची, राजेश कुमार, सुनील कुमार चौधरी, अरविद कुमार, प्रमोद कुमार शर्मा, लोक अदालत कर्मी अवकाश मिश्रा, दीपक कुमार शामिल रहे। जबकि बैंक व विभागीय अधिकारियों में राहुल रंजन, बीके झा, विकास कुमार सिंह, कौशल झा, बमबम कुमार, मनीश कुमार मिश्र, विजेंद्र नाथ चौधरी, मुकेश झा आदि शामिल रहे।


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