शराबबंदी के बाद भी हर वर्ष बढ़ती गई शराब तस्करी



संवाद सूत्र, सहरसा: जिले में वर्ष 2016 में बिहार में पूर्ण शराबबंदी की गयी। इसके बाद भी हर वर्ष शराबबंदी के बाद भी हर वर्ष शराब की तस्करी बढ़ ही रही है। उत्पाद विभाग द्वारा की गयी छापेमारी में हर वर्ष अंग्रेजी शराब की बरामदगी की खेप बढ़ती ही जा रही है।
उत्पाद विभाग के आंकड़ें बताते हैं कि शराबबंदी में हर वर्ष की गयी छापेमारी में अंग्रेजी शराब की बरामदगी हर वर्ष बढ़ती ही जा रही है। वर्ष 2016 -17 में 873 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की गयी थी। वर्ष 20-21 में यह बढ़कर 8854 लीटर हो गया। शराब की बरामदगी से ही लगता है कि सहरसा जिले में शराब तस्करी का धंधा घटने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। हर वर्ष उत्पाद विभाग की छापेमारी में शराब की बरामदगी की संख्या घटने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। उत्पाद विभाग ने जिले के विभिन्न प्रखंडों सहित कोसी तटबंध इलाका में भी छापेमारी कर अंग्रेजी शराब को जब्त करने में सफलता हासिल की है। पुलिस प्रशासन की तुलना में उत्पाद विभाग को गिनती की संख्या में उत्पाद पुलिस अधिकारी व पुलिसकर्मी- सैप जवान पदस्थापित हैं। इसके बाद भी विभाग निरंतर छापेमारी कर रही है।

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वित्तीय वर्ष - अंग्रेजी शराब लीटर में जब्त
2016-17 - 873 लीटर
2017- 18 - 1671 लीटर
2018- 19 - 4666 लीटर
2019- 20 - 5125 लीटर
2020- 21 - 8854 लीटर
2021-22 नवंबर तक - 4666 लीटर
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2016 से अब तक 25858 लीटर की हुई शराब की बरामदगी
पिछले पांच वर्षों में अब तक 25858 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की गयी है। जो अपने आप में एक रिकार्ड है। अंग्रेजी शराब की बरामदगी के लिए विभाग द्वारा नियमित रूप से छापेमारी की जा रही है।
अस्मिता प्रीतम, उत्पाद अधीक्षक

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