सोलह दिन बाद भी अभिषेक हत्याकांड में पुलिस के हाथ खाली

संवाद सूत्र, राघोपुर (सुपौल): चर्चित अभिषेक हत्याकांड के 16 दिन बीतने के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। एक सप्ताह के अंतराल में लगातार दो जघन्य हत्या का पर्दाफास करने में पुलिस अब तक नाकामयाब रही है। मृतक के स्वजन सहित स्थानीय लोगों ने पुलिसिया कार्रवाई पर असंतोष जताते हुए सड़क जाम, केंडल मार्च निकालकर जहां अपना विरोध जताया वहीं हत्यारे को जल्द गिरफ्तार करने की गुहार लगाई। बावजूद पुलिस की ऐसी कोई सक्रियता सामने नहीं आ रही है जिसपर भरोसा जताया जा सके। इधर मृतक के स्वजन मुख्यमंत्री ,मंत्री आदि से लेकर आलाधिकारी तक गुहार लगाते न्याय के लिए दर दर भटक रहे हैं, जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालांकि घटना के तुरंत बाद तत्परता दिखाते डिस्ट्रिक्ट इंभेस्टीगेशन यूनिट गठित किया गया। उस वक्त कहा गया कि यह टीम एसपी के इशारे पर काम करती है। इसकी ड्यूटी है कि जिले में हुए आपराधिक घटनाओं पर रोक की दिशा में पहल करे। अपराध का त्वरित अनुसंधान करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी करे। इतना ही नहीं इसे सारे आधुनिक व्यवस्थाओं से लैस किया गया है। इसके पास सर्विलांस की सुविधा है ताकि अपराधियों के मोबाइल की ट्रैकिग कर सके। अपराध की योजनाओं का खुलासा इसके जरिए कर सके। मोबाइल टावर डंपिग की सुविधा दी गई है। अत्याधुनिक हथियार के साथ वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। इतने के बावजूद घटना में संलिप्त गिरोह एवं घटना के कारण तक का पता नहीं लगा सका है पुलिस।


प्रतापगंज थाना क्षेत्र के दुअनिया पूल के समीप 17 नवंबर को पूर्व प्रमुख भूपनारायण यादव के भाई को अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, घटना को लेकर लोग हतप्रभ थे, लोग घटना के विरोध में सड़क जाम कर धरना पर बैठे थे, वहीं पुलिस हत्या में संलिप्त आरोपी को जल्द पकड़ने का आश्वासन दे रही थी। इसी बीच 29 नवंबर को एक बार फिर अपराधियों ने उसी स्थान पर सेम स्टाइल में सिमराही बाजार के दवा व्यवसाई रोशन साह के इंजीनियर पुत्र अभिषेक की हत्या कर पुलिस को खुली चुनौती दे डाली। इस घटना को भी 16 दिन बीतने को हैं, आज भी पुलिस के हाथ खाली है। मृतक के स्वजन टकटकी लगाए है कि कब उसके कानों तक पुलिस की सफलता की कहानी पहुंचेगी और कब उन्हें न्याय मिलेगा।

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