जिप अध्यक्ष व प्रखंड प्रमुखों के तेज हुई सरगर्मी

संस, सहरसा। जिले में पंचायत चुनाव के सभी चरणों का परिणाम आने के बाद जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख पद के लिए सियासी घमासान तेज हो गया है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के संपर्क और बैठकों का दौर शुरू हो गया है। जिले की राजनीति को दिशा देनेवाले दिग्गजों से संभावित प्रत्याशी लगातार संपर्क साधे हुए हैं। हर जिला पार्षद व पंचायत समिति सदस्य अपने- अपने हिसाब से अपनी मजबूत दावेदारी के लिए रणनीतिकार राजनीतिज्ञों को विश्वास दिलाने का हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। सभी अपनी ओर से जोड़- घटाव, गुणा भाग कर रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी जिप अध्यक्ष- उपाध्यक्ष के लिए पक्ष- विपक्ष दो ध्रुव में अनौपाचरिक बैठकों का ताबड़तोड़ दौर चल रहा है। गत चुनावों में धनबल का प्रयोग होने के कारण इसबार भी कुछ संभावित प्रत्याशी परेशान हैं। वहीं कुछ अपने आकाओं के भरोसे बीच का रास्ता निकालने की जुगाड़ में भी हैं।

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सहरसा जिला परिषद अध्यक्ष पद महिला सुरक्षित है। इस सीट पर जिला परिषद अध्यक्ष अरहुल देवी को पराजित कर आई मधुलता कुमारी ने निर्वाचन के तुरंत बाद से अध्यक्ष पद के लिए प्रयास प्रारंभ कर दिया है। वहीं जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र यादव की पत्नी किरण देवी की जीत के बाद उम्मीद के मुताबिक उनकी ओर से भी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत की जा रही है। वहीं विपक्षी खेमे से राजद नेता पूर्व जिला पार्षद स्वर्गीय बिजेंद्र यादव की पत्नी वीणा देवी द्वारा भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी की तैयारी चल रही है। कुछ अभी गुपचुप तैयारी में हैं। उपाध्यक्ष पद के लिए जहां पहले चरण में कहरा प्रखंड से दूसरी बार जीतकर आए धीरेंद्र यादव ने अपनी दावेदारी की घोषणा कर दी है, वहीं इसी प्रखंड से जिप उपाध्यक्ष गंगासागर कुमार उर्फ छत्री यादव को पराजित कर आए जिला पार्षद विनीत कुमार सिंह बिड्डू ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है। इसी तरह सभी प्रखंड में प्रखंड प्रमुख और उपप्रमुख चुनाव हेतु विधायकों, पूर्व विधायकों व अन्य दिग्गजों द्वारा खेमेबाजी की जा रही है। पुराने जिला पार्षदों में जीतकर आए 18 नए चेहरे में से कई जिला पार्षद की महात्वाकांक्षा इस कुर्सी की तरफ है। जिनकी ओर से किसी भी समय दावेदारी प्रस्तुत की जा सकती है। बहरहाल ऊंट किस करवट बैठेगा, यह तो आनेवाला वक्त ही बताएगा, परंतु जिले के इस दो महत्वपूर्ण पद के साथ- साथ सभी दस प्रखंडों में प्रखंड- प्रमुख और उपप्रमुख के चुनाव को ले इस सर्द मौसम में पूरे जिले की राजनीति गरम होने लगी है। जहां रणनीतिकार अपने विश्वासी प्रत्याशियों के पक्ष में सदस्यों का नब्ज टटोल रहे हैं, वहीं स्थिति के आकलन में भी जुटे हैं। दूसरी ओर जिप अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के साथ- साथ प्रखंड प्रमुख , उपप्रमुख हर संभावित प्रत्याशी अपने स्तर भी लगातार लोगों से संपर्क साध रहे हैं। अपने पक्ष में वोट करने का कसमें- वादे करा रहे हैं।

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