लूट और तस्करी का सोना खरीदने मामले में सोनारपट्टी पूर्व से है बदनाम

संवाद सहयोगी, किशनगंज : लूट और तस्करी का सोना खरीदने मामले में सोनारपट्टी पूर्व से ही बदनाम रहा है। हालांकि किशनगंज पुलिस अबतक ऐसे किसी भी मामले का पर्दाफाश करने में नाकाम रही है। लेकिन समय समय पर बंगाल क्राइम ब्रांच और बंगाल पुलिस ने इसका खुलासा किया है। विगत दिनों वाराणसी पुलिस ने लूट का सोना खरीदने के आरोप में राज अलंकार ज्वेलर्स के संचालक लोहारपट्टी निवासी अमिलेश आनंद को गिरफ्तार कर अपने साथ यूपी ले गई है। वहीं पूर्व में घटित घटनाओं की अगर बात करें तो गत 11 जनवरी 2018 को बंगाल क्राइम ब्रांच की टीम ने टाउन थाना पुलिस के सहयोग से बड़े हवाला गिरोह का भंडाफोड़ किया था।


इस दौरान पुलिस ने स्वर्ण व्यवसायी अमर पाटिल के प्रतिष्ठान व आवास पर छापेमारी कर यूएई निर्मित एक सोने के बिस्किट सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन कारोबारी अमर शिवाजी जगता उर्फ अमर पाटिल पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाने में सफल रहा। लेकिन बंगाल क्राइम ब्रांच की टीम गिरफ्तार गोविदगंज सोलपाड़ा निवासी मतीबूर्रहमान और परवेज आलम से आवश्यक पूछताछ के बाद उन्हें अपने कब्जे में ले लिया। उस वक्त भी इस बात का भी खुलासा हुआ था कि पूर्व में मवेशी को तस्करी कर बांग्लादेश भेजे जाने के बाद तस्करों को बांग्लादेशी टका दिया जाता था। परंतु भारत में टका को रुपयों में बदलने में उन्हें परेशानी होती थी। नतीजतन बांग्लादेशी टका के स्थान पर तस्करों को जाली भारतीय नोट दिये जाने लगे। परंतु पुलिस की सक्रियता के कारण तस्कर जाली नोट के कारोबार से बचने लगे। अब पशु तस्करी के बाद तस्करों को बांग्लादेश से सोने के बिस्किट दिये जा रहे हैं। यह बिस्किट हवाला के जरिए तस्करों तक पहुंचाया जाता है। बिस्किट की डिलीवरी के बाद तस्कर किशनगंज के कुछ आभूषण कारोबारियों को बिस्किट बेचकर रुपये ले लेते हैं। जबकि एक दूसरे मामले में तस्करी का सोना खपाने मामले की जांच कर रही बंगाल की ग्वालपोखर पुलिस ने गत चार जनवरी को अमर पाटिल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी की थी। लेकिन उस वक्त भी अमर पाटिल फरार हो जाने में सफल रहा था। गत 22 दिसंबर 2020 को भी ग्वालपोखर पुलिस ने बांग्लादेश से तस्करी कर लाये गये सोने की बिस्किटों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने भी किशनगंज के अमर पटेल के पास बिस्कुट बेचने की बात स्वीकार की थी। इसी तरह के एक अन्य मामले में अमर पाटिल को वर्ष 2017 में इस्लामपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने टाउन थाना पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया था।

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