प्रशासन डाल-डाल तो शराब तस्कर पात-पात

संसू, सिकटी (अररिया): नववर्ष को लेकर खासकर शराब तस्कर काफी सक्रिए हो गए है। खुली सीमा का फायदा उठाकर तस्कर शराब की बड़ी खेप तस्करी की फिराक में हैं तो वहीं प्रशासन भी हर डाल पर दस्तक दे रहे हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में तस्करों का मजबूत नेटवर्क शराबबंदी को ध्वस्त करने में जुटा है। एक तरफ प्रशासन नववर्ष को लेकर दनादन आपरेशन को अंजाम दे रही है तो वहीं शराब की तस्करी में संलिप्त लोग पत्ते की राह अख्तियार करते नजर आ रहे हैं। समझना आसान है कि सीमावर्ती क्षेत्र के हर थाने और एसएसबी कैंप में तकरीबन हर रोज शराब जब्त की जाती है। लेकिन पूर्णरूपेण लगाम अभी तक नही लग पाया है। इसके पीछे का कारण चाहे जो भी हो पर यह समझ में जरूर आ रहा है कि तस्करों का मनोबल अभी तक टूटा नही है। शराब तस्करी के इस धंधे में केवल मजदूर प्रशासन के हत्थे चढ़ती है। मुख्य सरगना अभी भी प्रशासन के हाथों से कोसों दूर है। जिस दिन पुलिस के गिरफ्त में मुख्य सरगना और इन्हें संरक्षण देने वाले सफेदपोश हाथ आने लगेंगे, स्वत: शराब की तस्करी में कमी आने लगेगी। इधर वरीय अधिकारियों का कहना है कि शराबबंदी पर पुलिस अपना काम कर रही है। कई आपरेशन चलाए जा रहे हैं। एसएसबी भी सीमा पर पैनी नजर बनाए हुए है। पुलिस प्रशासन और एसएसबी लगातार कार्रवाई कर शराब जब्त कर रहे हैं। संलिप्त लोगों को जेल भी भेजा जा रहा है। यहां एक बात समझना होगा कि भारत-नेपाल की खुली सीमा होने के कारण प्रशासन को शराबबंदी पर नकेल कसने में काफी परेशानी भी उठानी पड़ रही है। कितु पुलिस का प्रयास जारी है। हर मोर्चे पर उनकी सक्रियता देखी जा रही है। इधर बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों का कहना है कि आए दिन शराब जब्त की जाती है। कारोबारी और तस्कर फरार हो जाते हैं। वहीं पुलिस द्वारा आदतन शराबी जेल की हवा खा रहे हैं। हर गिरफ्तारी में बड़ी मछलियों का नाम नही दिखता। यदि सीमावर्ती क्षेत्र में शराबबंदी पर नकेल कसनी है तो बड़ी मछलियों पर कारवाई की गाज गिरानी होगी।


--सुनसान रास्तों का होता है प्रयोग--सोनामनी गोदाम से लेकर आमबारी तक लगने वाली नेपाल की सीमा शराब तस्करों के लिए मुफीद है। इनमें कई कच्चे व सुनसान रास्ते हैं। इन्हीं रास्तों के माध्यम से तस्कर शराब तस्करी को अंजाम देते हैं। शराब की तस्करी में चौगुनी कमाई को लेकर कई युवा भी सक्रिए हैं। सूचना मिलने पर कई तस्कर पुलिस के हत्थे चढ़ते हैं। फिर भी शराब तस्करी में कमी नहीं आई है।
---शराब तस्करी में बार्डर के सभी ओपी और थाना संवेदनशील---शराब तस्करी को लेकर नेपाल से लगनेवाली सभी ओपी और थाना संवेदनशील है। सीमा पर एसएसबी की भी निगेहबानी है। फिर भी शराब तस्करों के हौसले काफी बुलंद हैं। इधर सरकार शराबबंदी को लेकर काफी सजग है और कड़े आदेश जारी कर हर हाल में शराबबंदी कानून को ध्वस्त करने वालों पर नकेल कसना चाह रही है।
---क्या कहते हैं अधिकारी---नेपाल से लगने वाली सीमा पर एसएसबी जवान पुरी मुस्तैदी के साथ डटे हैं। तस्करी को लेकर हर बीओपी को कड़े आदेश दिए गए हैं। सीमा पर लगातार शराब और कारोबारी को गिरफ्तार किया जा रहा हैं।
( वीके वर्मा, कमांडेट, एसएसबी 52वीं बटालियन अररिया)
---शराबबंदी को लेकर प्रशासन पुरी तरह अलर्ट है। नववर्ष को देखते हुए लगातार पेट्रोलिग करने का आदेश सभी थाने को प्राप्त है। तस्करी में संलिप्त लोग और लाई जा रही शराब को लगातार जब्त किया जा रहा है। शराबबंदी को लेकर कई तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं।
( पुष्कर कुमार, एसडीपीओ, अररिया)

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