रबी फसल की बोआई का लक्ष्य पूरा कराने में हांफ रहा विभाग

संवाद सहयोगी, लखीसराय : बाढ़ के कारण खरीफ फसल से निराश हो चुके जिले के किसान जलजमाव के कारण अब रबी फसल से भी नाउम्मीद होने लगे हैं। लखीसराय जिला दाल का कटोरा के लिए विख्यात रहा है। दलहनी फसल की बोआई का समय समाप्त होने के बावजूद निर्धारित लक्ष्य के बमुश्किल 50 फीसद दलहनी फसल की ही बोआई हो सकी है। वह भी दलहनी फसल की बोआई का समय बीत जाने के काफी विलंब से। कहने को तो विभाग ने जिले में 46,760 हेक्टेयर जमीन में रबी फसल की बोआई करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। परंतु अब तक मात्र 34,540 हेक्टेयर जमीन में ही बोआई हो पाई है। शेष लक्ष्य को पूरा कराने के लिए कृषि विभाग जोर-शोर से जुटा हुआ है, परंतु लक्ष्य को पूरा करना विभाग के लिए संभव नहीं लग रहा है।


फसलवार रबी की बोआई का निर्धारित लक्ष्य व उपलब्धि
गेहूं की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 27,000 हेक्टेयर
उपलब्धि - 18,120 हेक्टेयर
जौ की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 150 हेक्टेयर
उपलब्धि - 136 हेक्टेयर
मक्का की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 1,000 हेक्टेयर
उपलब्धि - 818 हेक्टेयर
चना की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 7,100 हेक्टेयर
उपलब्धि - 4,891 हेक्टेयर
मसूर की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 9,280 हेक्टेयर
उपलब्धि - 8,580 हेक्टेयर
मटर की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 740 हेक्टेयर
उपलब्धि - 679 हेक्टेयर
राई की बोआइ का निर्धारित लक्ष्य - 1,080 हेक्टेयर
उपलब्धि - 1,017 हेक्टेयर तीसी की बोआई का निर्धारित लक्ष्य - 340 हेक्टेयर
उपलब्धि - 299 हेक्टेयर
सूर्यमुखी की बोआई का निर्धारित लक्ष्य - 70 हेक्टेयर
उपलब्धि - शून्य हेक्टेयर
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जिले के दियारा एवं टाल क्षेत्र में जलजमाव के कारण रबी फसल की देर से बोआई हुई है। खासकर दलहनी फसल की बोआई काफी विलंब से हुई है। विलंब से बोआई होने से उपज प्रभावित होगी। कृषि विभाग की सक्रियता के कारण निर्धारित लक्ष्य के करीब साठ फीसद रबी फसल की बोआई हो गई है। शेष लक्ष्य को भी पूरा कराने का प्रयास जारी है।
भरत प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, लखीसराय

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