समाहरणालय की सामान्य शाखा से संचिका का गायब होना कार्यशैली पर खड़े कर रहा सवाल

मोतिहारी । एक तरफ जहां जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक लंबित चौकीदार बहाली को पूरा करने की दिशा में संवेदनशील हैं। वहीं दूसरी तरफ निचले स्तर के अधिकारी व कर्मियों की लापरवाही का आलम यह है कि चार साल पूर्व बहाल 92 चौकीदारों की बहाली से संबंधित पूरी फाइल गायब है। फाइल के इस प्रकार से गायब होना विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के कार्यशैली पर सवाल खड़ा कर रहा है। जिला प्रशासन के इस महत्वपूर्ण विभाग से इस प्रकार फाइल गायब होना कई सवालों को जन्म दे रहा है। आनन-फानन में दो साल बाद मामले में अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना भी मामले को कम संदिग्ध नहीं बना रहा है। यह भी जानने की जरूरत है कि इस फाइल की जिम्मेदारी किसको दी गई थी और इसपर सतत मॉनीटरिग क्यों नहीं हो रही थी। प्राथमिकी के बाद पुलिस अपनी जांच की प्रक्रिया चलाएगी। वहीं अब समाहरणालय में यह चर्चा भी जोरो पर है कि विभाग में और फाइल कितना सुरक्षित है। चार साल पूर्व 92 चौकीदारों की बहाली की गई थी। बताया गया कि वर्ष 2000 में 92 चौकीदारों की बहाली की गई थी। यह बहाली बाद में रद हो गई, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद 2017 में बहाली के लिए निकले 249 पदों में इनकी बहाली की गई। इसके बाद अभी भी 141 पदों पर चौकीदार की बहाली की जानी है। आयुक्त कार्यालय से जब कुछ त्रुटियों के सुधार के लिए पुरानी फाइल की मांग की गई तो विभाग के हाथ-पांव फूलने लगे। फिर प्रारंभ की गई इस फाइल की तलाश करने की प्रक्रिया। जिलाधिकारी को जब बात की जानकारी हुई तो उन्होंने प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया। इस आलोक में सामान्य शाखा के प्रभारी मेधा कश्यप ने प्रधान सहायक को प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया। विभाग के संचिकाओं की जिम्मेदारी किसकी अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के पीछे चाहे जो भी विभाग की सोंच हो, पर लोग यह सवाल करने लगे हैं कि विभाग में रखे संचिका की जिम्मेदारी आखिर किसकी है। चार साल पूर्व बहाली की यह फाइल की अब तक खोज-खबर क्यों नहीं की गई। क्या अभी सभी फाइल सुरक्षित हैं। तमाम सवालों के बीच विभागीय स्तर पर भी जांच की जा रही है। हालांकि जिलाधिकारी ने कहा है कि होने वाली चौकीदार बहाली इससे प्रभावित नहीं होगी। इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर विशेष आदेश लिया जाएगा। या फिर इसकी प्रति अगर अन्य जगह होगी तो उसे मंगाकर बहाली की प्रक्रिया पूरी करने की कोशिश की जाएगी। वर्जन


फाइल गायब होने को लेकर अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसके लिए प्रभारी पदाधिकारी को मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। शीर्षत कपिल अशोक, जिलाधिकारी, पूर्वी चंपारण

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