डोक नदी की अनवरत कटाव से किसानों की बढ़ी चिता

संवाद सूत्र, पहाड़कट्टा (किशनगंज) : पोठिया प्रखंड का इलाका भौगोलिक ²ष्टिकोण से महानंदा एवं डोक नदी से घिरा हुआ है। जहां एक तरफ प्रखंड वासी महानंदा नदी तो दूसरी तरफ डोक नदी के अनवरत कटाव से त्रस्त है। हर साल हजारों एकड़ खेती योग्य भूमि नदी का का शिकार हो रहे हैं। वहीं प्रखंड क्षेत्र के कोल्था पंचायत स्थित सिमलबाड़ी, छीट कोल्था पहानबस्ती तथा घेनाबस्ती के दर्जनों किसान इन दिनों डोक नदी के अनवरत कटाव से काफी चितित हैं।

किसानों का अबतक दर्जनों एकड़ खेती योग्य भूमि नदी कटाव के जद में आ चुके हैं। मौके पर सिमलबाड़ी गांव निवासी पीड़ित किसान मोहम्मद हनीफ, मोहम्मद सलीम, छीट कोल्था पहानबस्ती गांव निवासी गहुर पहान, विजय पहान तथा विमल पहान सहित अन्य दर्जनों किसानों ने बताया कि हमलोगों का लगभग दर्जनों एकड़ खेती योग्य भूमि डोक नदी के गर्भ में समां चुका। जबकि आज भी नदी का अनवरत कटाव जारी है। यदि समय रहते नदी किनारे कटाव रोधी कार्य नहीं कराया गया तो बचे खुचे जमीन भी नदी कटाव के जद में आ सकता है। उक्त स्थान पर कटाव रोधी कार्य कराए जाने को लेकर स्थानीय मुखिया से लेकर विधायक व सांसद से भी कई दफा गुहार लगाई गई है। लेकिन आजतक किसी को भी इस दिशा में सकारात्मक पहल करते नहीं देखा जा रहा है। जबकि खेती किसानी से ही हमारे परिवार का भरण-पोषण होता है एवं बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी इसी पर निर्भर है। लेकिन हर साल हमारे खेती योग्य जमीन डोक नदी के अनवरत कटाव का शिकार हो रहे हैं। जिससे हमलोग काफी चितित हैं।

यही नहीं आधा दर्जन गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने वाली कच्ची सड़क भी नदी कटाव का शिकार हो चुके हैं। जिससे ग्रामीणों को आवागमन में भी काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने एक बार फिर स्थानीय विधायक इजहारूल हुसैन तथा सांसद डा. मु जावेद आजाद सहित विभागीय अधिकारियों का ध्यानाकर्षित कराते हुए उक्त स्थान पर कटाव रोधी कार्य कराए जाने की मांग की है। ताकि खेती योग्य भूमि को नदी कटाव से बच सके।

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