स्मार्ट प्रीपेड मीटर शॉर्ट सर्किट से जल जाए तो दोबारा लगवाने का नहीं लगता है कोई चार्ज

मोतिहारी । शॉर्ट सर्किट से काफी नुकसान झेलना पड़ता है। लोगों को गुणवत्ता पूर्ण वायर का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही मकान में अर्थिंग लगाना चाहिए। घर में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का रखरखाव ठीक से करना चाहिए। घर में बिजली वायर आईएसआई मार्का वाला लगाना चाहिए। उक्त बातें रक्सौल डिवीजन के विद्युत कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार सुमन ने आयोजित वेबीनार में कही। उन्होंने बताया कि मार्च 2022 तक रक्सौल में शत प्रतिशत स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जायेगा। राजस्व अधिकारी शक्ति पांडे ने रक्सौल के बिजली उपभोक्ताओं की शंकाओं का निदान करते हुए कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर के फायदे ही फायदे है। नॉर्मल मीटर से महीने का बिल मिलता है। बिजली बिल गड़बड़ी की संभावना रहती है। बिजली बचत का प्लानिग नहीं किया जा सकता है। बिजली कटने पर लाईन चालू करने के लिए आरसीडीसी चार्ज लगता है। किरायेदारों के लिए बार-बार कनेक्शन लेना पड़ता है । एरियर जमा होने पर 1.25प्रतिशत प्रति माह डीपीएस लगता है । जबकि स्मार्ट मीटर में प्रतिदिन अपना बिल देख सकते हैं । अपने खपत के हिसाब से ऑटोमेटिक बिलिग एवं बिल गड़बड़ी से निजात मिल रही है। बिजली बचत का प्लानिग किया जा सकता है। बिजली कट जाने पर चालू करने पर कोई चार्ज नहीं लगता है। किरायेदारों के लिए बार-बार कनेक्शन लेने की समस्या नहीं होती है। त्यौहार के दिन लाइन नहीं कटता है । एडवांस पेमेंट से विपत्र भुगतान में डीपीएस नहीं लगता है । साथ ही अगर स्मार्ट प्रीपेड मीटर शॉर्ट सर्किट से जल जाता है तो उपभोक्ता को मीटर लगाने का कोई शुल्क नहीं देना होगा। रक्सौल के उपभोक्ताओं में स्मार्ट मीटर को लेकर काफी जागरूक हुए है। इस वेबिनार में शहर के दर्जनों लोग शामिल हुए। जिन्हें अधिकारियों ने धन्यवाद दिया।

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