पर्यटन विकास के साथ शराब की तस्करी रोकने में नेपाल करेगा सहयोग

बेतिया । पर्यटन के क्षेत्र में भारत एवं नेपाल साझा कार्यक्रम चला सकता है। भारत और नेपाल के पर्यटकीय क्षेत्रों के लिए एक समेकित टूर कार्यक्रम बनाया जा सकता है और इसे टूर पैकेज में शामिल कर इस क्षेत्र को समृद्ध बनाया जा सकता है। पिछले सप्ताह नेपाल के चितवन में इंडो नेपाल बॉर्डर पर दोनों देशों के जिलाधिकारियों की हुई बैठक में इस पर चर्चा की गई है। वैसे तो यह भारत नेपाल सीमा क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न समस्याओं को लेकर नियमित तौर पर होने वाली सामान्य बैठक ही थी। जिसमें भंसार से लेकर शराब तस्करी पर भी चर्चा हुई। लेकिन बैठक नेपाल के चितवन नेशनल पार्क के सौराहा पर्यटन प्वाइंट पर हुई। जहां भारत के पूर्वी, पश्चिमी चंपारण एवं सीतामढ़ी के जिलाधिकारियों के अलावा नेपाल के नारायणी अंचल अन्तर्गत जिलों के सीडीओ के अलावा वहां के प्रमुख जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। दोनों देशों के आला अधिकारियों ने पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के बिन्दुओं पर चर्चा की। इसमें पर्यटन के विकास की संभावनाओं पर विचार- विमर्श किया गया। बैठक में शामिल होकर आए पश्चिमी चंपारण के जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि चितवन नेशनल पार्क के सौराहा इलाका छोटा क्षेत्र होने के बाद भी पर्यटन के उद्देश्य से काफी समृद्ध है। जबकि पश्चिमी चंपारण के कई ऐसे प्वाइंट हैं, जहां पर्यटकों की बड़ी संख्या में आगमन हो सकता है। आने वाले कुछ दिनों में इस पर पहल की जाएगी। ताकि पर्यटन के क्षेत्र में साझा कार्यक्रम चलाकर इस क्षेत्र को और अधिक समृद्ध बनाया जा सकेगा।

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पर्यटन के साझा पैकेज पर पूर्व से चल रही है पहल
पर्यटन पर दोनों देशों के साझा पैकेज पर पूर्व से ही पहल की जा रही है। 27 अप्रैल 021 को नेपाल के चितवन एवं भारत के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के करीब 4500 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का एक बेहतर पर्यटन क्षेत्र मानते हुए इसे नया पर्यटन रूट विकसित किए जाने पर पहल की जा रही है। इसके लिए दोनेां देशों के वन अधिकारियों की पहल पर एक भ्रमण पैकेज तैयार करने पर काम किया जा रहा है। साझा पैकेज में वीटीआर एवं चितवन नेशनल पार्क के भ्रमण स्थलों को शामिल किया जाना है।

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