कानून हाथ में ले रहे लोग

- अपराध कितना भी जघन्य क्यों न हो सजा देना कानून का काम है न कि समाज और भीड़ का

- ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस के साथ समाज को भी आगे आने की जरूरत
संवाद सहयोगी, जमुई : जिले में उग्र लोगों ने एक बार फिर कानून अपने हाथ में ले लिया। उग्र लोगों की भीड़ द्वारा इंसाफ के नाम पर हाथ-पैर बांधकर पिटाई की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। खैरा के तांती टोला में बीते मंगलवार की रात उग्र लोगों की पिटाई से एक 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई।
ऐसी घटनाओं को लेकर पुलिस सख्त है, लेकिन अवैध संबंध के चलते चिहुटिया के जोगी सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर लोगों ने कानून अपने हाथ में ले लिया। अपराध कितना भी जघन्य क्यों न हो आरोपित को सजा देना कानून का काम है न कि समाज और भीड़ का। ऐसे में जरूरत है कि सरकार और पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ समाज भी आगे आए और इस तरह की घटना पर लगाम लगाने की पहल करें ताकि कानून को कोई अपने हाथ में ना लें। पूर्व में भी जिले में ऐसी वारदात हो चुकी है। ऐसी वारदातों में आरोपितों पर पुलिस ने कार्रवाई भी की है।

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केस स्टडी एक
बाते साल के अगस्त में साइकिल चोरी के आरोप में एक नाबालिग की पेड़ से बांधकर पिटाई की गई। घटना शहर जयशंकर नगर मुहल्ला में हुई। इस घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
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केस स्टडी दो
बीते साल के जुलाई में लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के हरमापहड़ी गांव में कोर्ट में शादी करने से नाराज ग्रामीणों ने प्रेमी-प्रेमिका की पहले पेड़ से बांधकर पिटाई की फिर केरोसिन डालकर जिदा जलाने की कोशिश की। संयोग था कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को बचा लिया था।
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कोट
कानून को हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं है। जो कानून को हाथ में ले रहे हैं, उनपर भी केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है।
डा. राकेश कुमार, एसडीपीओ, जमुई

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