पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए जिले में तेज होगा आंदोलन

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। राजस्थान सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों को पुरानी पेंशन बहाल किए जाने की घोषणा का नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम की जिला ईकाई ने स्वागत किया है तथा राजस्थान के गहलोत सरकार को साधुवाद ज्ञापित किया है। नेशनल मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन स्कीम की जिला ईकाई की बैठक शनिवार को भोला पासवान शास्त्री कृषि कालेज में आयोजित की गई जिसमें राज्य में भी पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए आंदोलन को तेज करने का निर्णय लिया गया है।

बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने की। जिला अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि बिहार के सरकारी कर्मियों के लिए अंशदायी पेंशन योजना सितंबर 2005 में लागू हुई थी। लगभग 17 वर्षों में अंशदायी पेंषन योजना में बिहार जैसे पिछड़े राज्य का कई हजार करोड़ रुपये का बर्हिप्रवाह हुआ है। उक्त राशि का बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण रहा। पुरानी पेंशन योजना यथावत रहने पर 2005 के पश्चात नए नियुक्त कर्मियों को पेंशन प्रदान करने का वित्तीय भार औसतन 20 वर्ष बाद पड़ना था जो तात्कालीक प्रभाव से इस पिछड़े राज्य को अपने विकास के शैशवा अवस्था में झेलना पड़ा। वहीं अंशदायी पेंशन योजना की खामियों पर परिचर्चा करते हुए डा पंकज कुमार यादव ने कहा कि आधुनिक युग में अर्थ का बड़ा महत्व है। बुढ़ापे में होने वाली संभावित बीमारियों और उपेक्षा से बचाव हेतु आत्मनिर्भर होना नितांत आवश्यक है। अत: पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन में पूरे पुरूषार्थ से लगने की जरूरत है। अवर सांख्यिकी पदाधिकारी प्रवीण कुमार, वरूण पांडेय आदे ने भी जिले में भी पेंशन मुहिम को जोरदार तरीके से उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस मौके पर कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों में डा पंकज कुमार यादव, डा रणवीर कुमार, डा रूबी साहा, डा एस पी सिन्हा सहित नेहरू युवा केन्द्र संगठन, के जिला युवा अधिकारी सत्य प्रकाश, सुप्रिया शांडिल्य तथा आपदा प्रबंधन के सलाहकार आदित्य रंजन आदि मौजूद थे।

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