यूक्रेन में फंसे फारबिसगंज के मयंक देर रात पहुचेंगे दिल्ली

संसू, फारबिसगंज (अररिया): यूक्रेन के विभिन्न शहरों में मेडिकल पढ़ाई के लिए गये हजारों भारतीय छात्र और छात्राएं फंसे हुए है हजारों भारतीय छात्र छात्राओं में फारबिसगंज के भी कई छात्र-छात्राएं यूक्रेन के विभिन्न शहरों में रूस के हमला के कारण फंसे हुए हैं।

जिसके कारण परिवार वाले यूक्रेन में फंसे बच्चों की सलामती को लेकर दुआएं कर रहे हैं। फारबिसगंज वार्ड संख्या 20 के कन्हैया सिंह के पुत्र मयंक चौहान भी यूक्रेन में फंसा है। वे इवनो फेरकीवस्क मेडिकल कालेज फ‌र्स्ट इयर का छात्र है। रविवार को मयंक के पिता ने बताया कि सुबह मोबाइल से बात हुई थी उनका पुत्र मयंक ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ बुखारेस्ट एयरपोर्ट से दिल्ली के लिए विमान पकड़ेगा जिसके रविवार की देर रात दिल्ली पहुंचने की बात कही जा रही है।

वहीं फारबिसगंज के पूर्व प्रखंड प्रमुख अशोक विश्वास की बेटी शालू कुमारी यूक्रेन के विनिशिया शहर में है और वह विनिशिया नेशनल पाइरोगोव मेडिकल यूनिवर्सिटी में थर्ड ईयर की छात्रा है। उसके भाई लक्ष्य विश्वास ने बताया कि शनिवार को बहन से बात हुई थी उसके बाद संपर्क नहीं हो पाया है। कहा कि उसने बताया कि वह लोग खुद से बस द्वारा रोमानिया बोर्डेर जाने की बात बताई थी। भारतीय एम्बेसी के सम्पर्क में होने की बात भी कही है। बहरहाल यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र-छात्राओं के परिवार चितित और परेशान हैं।
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नहीं मिला है कोई सहयोग
पलासी प्रखंड के कुजरी गांव के यूक्रेन में फंसे मेडिकल स्टूडेंट मु. तसोवर के पिता रफीक आलम ने बताया कि रविवार को दिन में पुत्र से बात हुई थी। जिसमें उन्होंने अब तक कोई सहयोग नहीं मिलने की बात कही है। मार्शल ला के कारण बाजार भी बंद है। जिससे खाने - पीने में भी समस्या उत्पन्न होना शुरू हो गया है। भारतीय एम बी सी से अब तक कोई सहयोग नहीं प्राप्त हुआ है।
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यूक्रेन से नहीं लौटे छात्र, स्वजन परेशान संसू,सिकटी(अररिया): यूक्रेन मे पढ़ने गए भारतीय छात्रों में सिकटी दो छात्र सुमन कुमार एवं प्रियांशु कुमार झा की वतन वापसी रविवार तक नहीं हो पायी है। बरदाहा के शिक्षक राजकुमार प्रसाद जिनका पुत्र सुमन कुमार टर्नोफिल यूनिवर्सिटी में मेडिकल के द्वितीय वर्ष का छात्र है ने बताया कि रविवार सुबह से अपने पुत्र से बात नहीं हो पायी। उनके द्वारा कल ही यूक्रेन की सीमा पार कर रोमानिया पहुंचने की जानकारी दी गई थी। साथ में केवल पहना हुआ कपड़ा और मोबाईल तथा लैपटाप है। यूक्रेन की राजधानी कीव विश्वविद्यालय मे पढ़ रहे बेंगा के छात्र प्रियांशु कुमार झा के पिता दिलीप कुमार झा ने बताया कि रविवार को बात हुई है। कालेज प्रबंधन की ओर से सभी कालेज के छात्रावास में ही रह रहे है।

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