दो वर्ष के बाद विद्यालयों में बच्चों को परोसा गया भोजन

संवाद सूत्र, सरायगढ़ (सुपौल): प्रखंड की सभी 12 पंचायत के अंतर्गत पड़ने वाले प्राथमिक तथा मध्य विद्यालयों में दो वर्ष बाद भोजन मिलने से छात्र-छात्रा गदगद हो उठे। कोरोना काल का कठिन दौर समाप्त होने के बाद कई माह तक छात्र-छात्राओं को सूखा राशन दिया जाता रहा जिससे विद्यालय में उपस्थिति पर काफी प्रभाव पड़ा हुआ था।

मध्य विद्यालय शाहपुर पलार में विद्यालय प्रधान निरंजन कुमार तथा विद्यालय के अन्य शिक्षकों की उपस्थिति में बच्चों को भोजन दिया गया। मध्य विद्यालय सिमरी में प्रधान दिलीप कुमार पासवान, उत्क्रमित मध्य विद्यालय छिटही उर्दू प्रधान मु. मुस्ताक, मध्य विद्यालय बैशा में कपिल कुमार मेहता, मध्य विद्यालय भपटियाही में प्रधान अखिलेश कुमार, मध्य विद्यालय नेहालपट्टी में प्रधान शफीउर रहमान, मध्य विद्यालय कोढ़ली में प्रधान मु. कलीम सहित मध्य विद्यालय छिटही पलार, मध्य विद्यालय पिपराखुर्द, मध्य विद्यालय झिल्ला डुमरी, मध्य विद्यालय सरायगढ़, मध्य विद्यालय कटैया, मध्य विद्यालय बनैनियां, मध्य विद्यालय टेंगराहा, मध्य विद्यालय मुरली, मध्य विद्यालय नारायणपुर, मध्य विद्यालय दाहुपट्टी, मध्य विद्यालय बलथरबा, मध्य विद्यालय रामनगर, मध्य विद्यालय गोपालपुर, मध्य विद्यालय कुशहा, मध्य विद्यालय झाझा में विद्यालय प्रधान तथा शिक्षकों की उपस्थिति में बच्चों को लंबे समय बाद दोपहर का भोजन परोसा गया। मदरसा कासिमिय शाहपुर पृथ्वीपट्टी में अब्दुल जलील अख्तर, रहमान, मंजूर, अयूब, शमशाद, सोहेब आलम की उपस्थिति में बच्चों को दोपहर का भोजन दिया गया।
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अफरा-तफरी का रहा माहौल फोटो फाइल नंबर-28एसयूपी-2,3
संवाद सूत्र, पिपरा (सुपौल) : मध्य विद्यालय दीनापट्टी में विद्यार्थियों की लाइन भोजन लेने के लिए थाली लेकर लगी हुई थी। शिक्षक और रसोईया बाहर में चावल व सब्जी परोस रहे थे। बच्चे थाली में खाना लेकर फील्ड की ओर भागते नजर आए तो कई बच्चों का भोजन रास्ते में गिरते रहा। अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। शिक्षक सिर्फ मूकदर्शक बने हुए थे जबकि विभाग के द्वारा हिदायत दी गई है कि विद्यालय में साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें। प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी शिक्षक को मध्याह्न भोजन में साफ-सफाई एवं सुरक्षा मानकों के दिशा-निर्देश पालन करने को कहा गया है, जिसमें सुरक्षा स्वच्छता हुआ गुणवत्ता मानकों का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया गया है। प्रधानाध्यापक अशोक पाठक एवं कुछ सहयोगीगण ने पूछने पर बताया आज प्रथम दिन रहने के कारण कुछ परेशानी हुई है। विद्यालय में 774 बच्चों का नामांकन है जिसमें 180 बच्चों की उपस्थिति थी। बताया गया कि 11 शिक्षक में 08 शिक्षक उपस्थित हैं। दो बीएलओ में तथा एक प्रतिनियुक्ति पर हैं।
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बच्चों के हिसाब से नहीं मिला भोजन
संवाद सूत्र, किशनपुर (सुपौल): पहले दिन किसी भी विद्यालय में सही रूप से भोजन नहीं पहुंच पाया। प्रखंड के 11 विद्यालयों में एनजीओ के माध्यम से बच्चों को खाना दिया जाना था मगर उपस्थिति के अनुसार बच्चों को भोजन नहीं मिला। मध्य विद्यालय चौहट्टा में विद्यालय प्रधान भुवनेश्वरी प्रसाद मंडल ने बताया कि आज बच्चों की उपस्थिति 187 थी जिसमे मात्र 80 बच्चों को खाना दिया गया। इस प्रकार मध्य विद्यालय चौहट्टा उत्तर के प्रधान जयचंद रजक ने बताया कि 210 बच्चों की उपस्थिति में एनजीओ द्वारा मात्र 80 बच्चों का खाना दिया गया। इसलिए खाना लौटा दिया गया। इसी प्रकार मध्य विद्यालय कुमारगंज के प्रधान जीवानंद वर्मा ने बताया कि 20 बच्चों का खाना दिया जा रहा था। इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रभा कुमारी ने बताया कि एमडीएम चलाने की जिम्मेदारी प्रखंड मध्याह्न भोजन प्रभारी की है। उन्हें कोई जानकारी नहीं है। एमडीएम प्रभारी मु. फारुख ने बताया कि इसकी कोई जानकारी उन्हें प्राप्त नहीं है।

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