जरूरी है खगड़िया जंक्शन से रैक पाइंट को स्थानांतरित करना

जागरण संवाददाता, खगड़िया: पूर्वोत्तर बिहार रेल उपभोक्ता संघर्ष समिति के संयोजक सुभाष चंद्र जोशी ने खगड़िया सांसद, रेल मंत्री और महाप्रबंधक पूर्व मध्य रेल हाजीपुर को पत्र लिखकर खगड़िया जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या तीन पर लगने वाले रैक पाइंट को मथुरापुर ढाला संख्या 24 से कुतुबपुर के बीच स्थानांतरित करने की मांग की थी। इधर उप मुख्य परिचालन प्रबंधक व योजना मध्य रेल हाजीपुर राजू कुमार ने पत्र जारी कर कहा है कि यह कार्य पहले से ही रेलवे द्वारा चयनित किया गया है। लेकिन निधि की अनुपलब्धता के कारण यह खगड़िया- कुशेश्वर स्थान रेल नई लाइन में संपादित नहीं किया जा सका। फिर भी या जल्द ही भविष्य में संपादित किया जाएगा। क्योंकि पहले से ही संभावित मंडल के दीर्घकालीन योजना में यह कार्य चिन्हित है। सुभाष चंद्र जोशी ने कहा कि आबादी बढ़ने के साथ ही ट्रेनों की संख्या बढ़ी है। लेकिन प्लेटफार्म अभी भी तीन ही है। इससे लोगों को परेशानियां होती है। प्लेटफार्म संख्या तीन पर रैक लगाने के कारण यात्रियों के साथ साथ उधर से गुजरने वाले लोगों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जिला मक्का बहुल क्षेत्र होने के कारण साल में 50 रैक लगाया जाता है। जबकि सीमेंट, खाद एवं राशन की एक सौ से अधिक रैक सालाना लगता है। सुभाष चंद्र जोशी कहते हैं कि इतनी अधिक रैक लगने के कारण रोजाना खगड़िया स्टेशन से यात्रा करने वाले यात्रियों को धूल भरी हवा में सांस लेनी पड़ती है। जिससे उनके स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ता है। साथ ही आसपास के लोगों को भी इससे कठिनाइयां होती है। इंसेट


पांच रूट पर दौड़ती हैं 73 जोड़ी सवारी गाड़ी और 100 से अधिक मालगाड़ी
जासं, खगड़िया: वर्तमान में खगड़िया जंक्शन होकर मेन लाइन कटिहार, बेगूसराय, सहरसा, मुंगेर और समस्तीपुर रूट में ट्रेनें चल रही है। जबकि एक और रूट खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल लाइन पर मार्च के अंतिम तक ट्रेन चलाए जाने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में खगड़िया जंक्शन से छह रूट की ट्रेनें चलेगी। जिससे खगड़िया जंक्शन पर और लोड बढ़ेगा। मालूम हो कि पूर्व में 73 जोड़ी सवारी गाड़ी पांच रूटों से गुजरती थी। जिसमें कोरोना काल के दौरान कई जोड़ी ट्रेनें बंद हो गई है। वहीं 100 जोड़ी से अधिक माल ट्रेन इस रूट से गुजरती है। ऐसे में वर्तमान रैक पाइंट की जगह पांच और छह नंबर प्लेटफार्म का निर्माण कराना आवश्यक हो जाएगा। जिससे कि यात्रियों को कम परेशानी उठानी पड़े। जो रैक पाइंट को 24 नंबर ढाला और कुतुबपुर के बीच ले जाने के बाद ही संभव हो पाएगा। सुभाष चंद्र जोशी ने बताया कि अभी कई रूटों पर ट्रेनों की संख्या घटी हुई है। जब सबकुछ पूरी तरह सामान्य हो जाएगा, तो मुंगेर रेल पुल से 25 जोड़ी ट्रेनें चलेगी। साथ ही खगड़िया- कुशेश्वरस्थान रेल लाइन चालू होने के बाद 10 जोड़ी ट्रेनें इस रूट पर भी चलने का अनुमान है। जिससे स्टेशन पर लोड अधिक हो जाएगा। अगर ऐसी स्थिति में प्लेटफार्म की संख्या नहीं बढ़ाई जाती है, तो यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

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