प्राथमिक विद्यालय गुआबाड़ी में नहीं बना मध्याह्न भोजन

संवाद सूत्र, पहाड़कट्टा (किशनगंज) : विभागीय आदेशानुसार सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति के साथ सामंजस्य स्थापित कर अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार से मध्याह्न भोजन परोसा जाना था। इसके बावजूद पोठिया प्रखंड क्षेत्र के कई विद्यालयों में इस आदेश का प्रधान शिक्षकों के द्वारा अवहेलना करते देखा गया। अन्य विद्यालयों की बात तो छोड़िए किशनगंज सांसद डा. मोहम्मद जावेद आजाद के पैतृक गांव के हाजी मकतूब हुसैन प्राथमिक विद्यालय गुआबाड़ी में सोमवार को विद्यालय के अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के बीच मध्याह्न भोजन नहीं परोसा गया। निर्देश के बाद भी विद्यालय आए बच्चे सोमवार को भी भूखे पेट घर लौट आए।


इस विद्यालय में कुल 119 छात्र-छात्राएं नामांकित है, जबकि 48 बच्चे उपस्थित थे। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि क्षेत्र के अन्य विद्यालयों का क्या हाल होगा। मौके पर मौजूद सहायक शिक्षिका सीमा कुमारी ने बताया कि चावल नहीं रहने के कारण मध्याह्न भोजन नहीं बनाया गया है। इस प्रकार मध्य विद्यालय सोहागी डांगी, प्राथमिक विद्यालय महातगछ, प्राथमिक विद्यालय धड़धड़िया तथा प्राथमिक विद्यालय गंजाबाड़ी में चावल के अभाव में एमडीएम नहीं बनाया गया। वहीं मध्य विद्यालय सोहागी डांगी के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद तसलीम उद्दीन ने बताया कि विभागीय आदेश है लेकिन व्यवस्था सुधारने में समय लगेगा। उन्होंने शनिवार से विद्यालय में मध्याह्न भोजन चालू करने की बात कही। वहीं उमवि बोचनई के प्रधानाध्यापक मोहम्मद अलाउद्दीन ने बताया कि विभाग द्वारा विद्यालय में अध्यनरत पचास प्रतिशत बच्चों के लिए सोमवार से मध्याह्न भोजन परोसा जाना है। जिसे लेकर विद्यालय में मेनू के मुताबिक मध्याह्न भोजन चालू किया गया है। बताते चलें कि कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्षों से सरकारी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन बंद था। वहीं शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार से सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए मध्याह्न भोजन योजना को चालू करने का आदेश दिया गया है। लेकिन इसके बावजूद चावल के अभाव में प्रखंड क्षेत्र के कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की शुरुआत नहीं हो सका है।
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कोट के लिए:-
विभागीय आदेशानुसार सोमवार से सभी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना चालू करना था। लेकिन चावल के अभाव में कई विद्यालयों में मध्याह्न भोजन चालू नहीं होने की सूचना मिली है। कहा कि यदि विद्यालय में चावल का अभाव है तो ऐसे स्थिति में संबंधित प्रधान शिक्षक को वैकल्पिक व्यवस्था कर विद्यालय में मध्याह्न भोजन चालू करना था। विभागीय आदेश की अवहेलना करने वाले ऐसे प्रधान शिक्षकों पर कार्रवाई की जाएगी।
कुमकुम मालिक, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, पोठिया

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