यूक्रेन में अभी बहुत परेशानी है

संवाद सूत्र, परबत्ता (खगड़िया): यूक्रेन और रूस के बीच हो रहा युद्ध रूकने का नाम नहीं ले रहा है। भारत से यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे खगड़िया जिले के सुदूर बंदेहरा गांव के किसान संजय कुमार के पुत्र शुभम राज मंगलवार को हवाई जहाज से मुंबई पहुंचे। उनके मुंबई पहुंचने की सूचना बाद गांव में उत्सवी माहौल है। स्वजन-पुरजन ईश्वर को शुक्रिया कह रहे हैं। गांव में महाशिवरात्रि पर रामधुनी यज्ञ का आयोजन हो रहा है, जहां आचार्य के रूप में शुभम राज के पिता संजय कुमार बैठे हुए हैं। शुभम राज के पिता ने बताया कि रोमानिया बार्डर से मुंबई तक भारत सरकार के खर्च से शुभम पहुंचा है और वहां से पटना होते हुए घर तक भी सरकारी खर्च पर आएगा। शुभम राज की माता रूबी कुमारी ने कहा कि भगवान भोलेनाथ की कृपा से महाशिवरात्रि पर यह सुखद सूचना मिली है। शुभम के दादा बिदेश्वरी प्रसाद और दादी गीता देवी की भी चिता अब दूर हो गई है।


तेमथा करारी पंचायत के सिराजपुर निवासी अमृत आनंद भी रोमानिया पहुंचकर सुरक्षित हैं। वह वहां भारतीय दूतावास के कैंप में हैं। अमृत आनंद ने कहा कि रूस- यूक्रेन युद्ध का गंभीर असर यूक्रेन पर पड़ा है। वहां की सड़कें टूट गई है। रेल लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। लोगों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कहा कि सोमवार तक रोमानिया बार्डर पर फ्लाइट की व्यवस्था कम थी। मंगलवार से फ्लाइट की व्यवस्था सुधरी है। उन्होंने कहा कि एक-दो दिनों में भारत पहुंच जाएंगे। अमृत के पिता शंभु कुमार चौधरी ने कहा कि अब चिता की लकीरें मिटने लगी है।

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