यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र में अब तक फंसे हैं टेढ़ागाछ के राहुल

संवाद सूत्र, टेढ़ागाछ (किशनगंज) : टेढ़ागाछ प्रखंड के डाकपोखर पंचायत अंतर्गत हरहरिया गांव स्थित वार्ड नंबर नौ के सुबोध कुमार सिंह के पुत्र मेडिकल के छात्र राहुल कुमार सिंह अभी तक यूक्रेन में युद्ध संकट के बीच फंसे हुए हैं। इसको लेकर उनके माता-पिता व परिजन की चिता बढ़ती जा रही है।

राहुल के पिता ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि बेटे की इच्छा एमबीबीएस डाक्टर बनने की थी, उसकी इच्छा को पूरा करने के लिए यूक्रेन भेज दिया, पर रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच राहुल के धैर्य की सीमाएं अब टूटती जा रही हैं। उन्हें भारत लौटना मुश्किल जान पड़ रहा है। जब से भारतीय छात्र की हमले में मारे जाने की सूचना प्राप्त हुई है तभी से परिजनों की चिता और बढ़ गई है।

राहुल के पिता इसको लेकर जिला पदाधिकारी से आवेदन देकर गुहार लगाए हैं और जिला पदाधिकारी के तरफ से सकुशल बेटे को वतन वापसी का भरोसा भी मिला है। अभी तक केवल निराशा हीं हाथ लगी है। बताया कि राहुल जहां है वहां से रोमानिया बार्डर करीब 1500 किलोमीटर दूर है। यही कारण है कि छात्रों को बार्डर तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है। भारतीय दूतावास से भी कोई खास मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि युद्ध की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। बमबारी से भारतीय छात्रों का धैर्य का बांध टूटने लगा है। युद्ध के सातवें दिन राहुल कुमार सिंह अपने पिता से बात कर वहां से निकालने की विनती कर रहे थे। कारण वहां से रूस की सीमा नजदीक है। बमबारी की वजह से उन्हें बंकर में छिपकर जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है। इस वक्त सुमी यूनिवर्सिटी और खारकीव यूनिवर्सिटी में सैकड़ों भारतीय छात्र अभी भी फंसे हुए हैं। अभी वहां तेज बमबारी की खबर सुनकर परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

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