राजनीतिक लड़ाई में पदाधिकारियों को नहीं बनाएं शिकार : प्रमोद

संसू., सूर्यगढ़ा (लखीसराय)।

लखीसराय जिला में सत्तारूढ़ दल के घटक दल के बड़े नेताओं के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में लखीसराय जिला की पुलिस प्रशासन पंगु होने की स्थिति में है। एक लंबे कार्यकाल के बाद जिला में बेहतर पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों की टीम काम कर रही है। जिलाधिकारी, एसपी, डीडीसी एवं एसडीपीओ की टीम ईमानदार हैं और ईमानदारी पूर्वक यह टीम काम भी कर रही है। इसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। बावजूद इस टीम को राजनीति का शिकार अपने स्वार्थ में राजनीतिक दिग्गज बना रहे हैं। ये बातें भाकपा के राज्य कमेटी सदस्य प्रमोद शर्मा ने कही है। शर्मा ने कहा कि अपराध रोकने के लिए सघन कार्यक्रम चलाकर एवं आम जनता को बेहतर माहौल देने का काम पुलिस और प्रशासनिक टीम कर रही है। गत एक वर्ष में जिले में जितनी भी आपराधिक घटनाएं घटी है। ऐसी कोई भी घटनाएं नहीं है जिसका पर्दाफाश नहीं किया गया। जिले में आयकर पदाधिकारी बनकर लूट का मामला हो या अपहरण व हत्याएं जैसी घटनाएं, बेहतर परिणाम पुलिस टीम ने दिया है। बावजूद राजनीतिक दिग्गजों के आपसी वर्चस्व की लड़ाई में पुलिस पदाधिकारियों को शिकार बनाया जा रहा है। उक्त अधिकारियों में से किसी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है। आम लोगों के लिए ये अधिकारी सुलभ उपलब्ध हैं फिर भी सत्तारूढ़ दल के लोगों में उनकी कमी देखा जाना गलत मानसिकता को दर्शाता है। शर्मा ने सत्तारूढ़ दल के दोनों नेताओं से अपील करते हुए कहा है कि अपनी लड़ाई में प्रशासनिक पदाधिकारी को शिकार नहीं बनाएं।

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