खाद कालाबाजारी को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी फिर विवादों में

जासं, खगड़िया: खगड़िया में खाद की किल्लत और कालाबाजारी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर किसान नेताओं और जनप्रतिनिधियों ने जिला कृषि पदाधिकारी पर निशाना साधा है। बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेंद्र सिंह टुडू ने जिला कृषि पदाधिकारी पर जिला मुख्यालय के एक थोक विक्रेता को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी से पूछा है कि क्या कृषि विभाग में दो रंग का कानून चलता है। मालूम हो कि टुडू ने सूबे के कृषि मंत्री को भी आवेदन देकर जिला कृषि पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है।


इधर जिला परिषद सदस्य रजनीकांत कुमार ने कहा है कि किसान यूरिया, पोटास और डीएपी की किल्लत से परेशान हैं। उन्होंने कहा है कि खाद को लेकर अधिकारियों के दावे हवा हवाई है। खाद की कमी के कारण किसान परेशान हैं। उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी पर थोक विक्रेताओं से मिलीभगत का आरोप लगाया है। जिप सदस्य ने खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए अलग-अलग जगहों पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की मांग की है। कहा है कि सीमावर्ती पंचायत के दुकानदार द्वारा अधिक मूल्य पर सहरसा जिले के किसान को खाद दे दिया गया। जिस वजह से यहां के किसानों को खाद नहीं मिल पाया। कहा कि अभी यूरिया की सबसे ज्यादा जरूरत है, तो बाजार से यूरिया पूरी तरह गायब है। जिप सदस्य ने कहा कि अगर किसानों को उचित कीमत पर समुचित मात्रा में खाद नहीं मिली, तो आंदोलन किया जाएगा।
इधर, जिला कृषि पदाधिकारी ने मोबाइल पर कहा कि किसी के दबाव में कार्रवाई नहीं होगी। कार्रवाई नियम के तहत होगी। खाद की सप्लाई प्रभावित हुई है।

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