मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान के पहले चरण की हुई शुरुआत

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जिले में मिशन इंद्रधनुष अभियान का पहला चरण सोमवार से प्रारंभ किया गया है। कोरोना काल में नियमित टीकाकरण से वंचित दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नियमित टीकाकरण का लाभ मिलेगा। सिविल सर्जन डा. एसके वर्मा और जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. विनय मोहन की अध्यक्षता में इसकी शुरुआत डगरुआ प्रखंड के तमौट गांव के सत्र स्थल से की। सामान्य टीकाकरण से वंचित सभी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित है। मिशन इंद्रधनुष अभियान के उदघाटन में डगरुआ चिकित्सा प्रभारी डा. अवनीश कुमार, आईसीडीएस सीडीपीओ, बीएचएम शिवेंद्र कुमार, बीसीएम प्रियंका कुमारी, यूनिसेफ एसएमसी मुकेश कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे।

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तीन चरण में संचालित होगा मिशन इंद्रधनुष :-
नियमित टीकाकरण से वंचित दो साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान में पहला चरण सात दिनों तक संचालित होगा। पहले चरण अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण से वंचित चिह्नित लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा। मिशन इंद्रधनुष अभियान का दूसरा चरण चार अप्रैल से और तीसरा चरण दो मई से चलाया जाएगा।
6278 बच्चों और 1468 गर्भवती महिलाओं को लगाया जाएगा टीका :-
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. विनय मोहन ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष चार के पहले चरण के लिए सभी प्रखंडों में नियमित टीकाकरण से वंचित बच्चों और गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर लिया गया है। मिशन इंद्रधनुष अभियान के पहले चरण में जिले के 6278 बच्चों को जो दो साल से कम उम्र के हैं और 1468 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। इसके लिए जिले के सभी 14 प्रखंडों में कुल 520 सत्र स्थल बनाया गया है। अभियान के दौरान गर्भवती महिलाओं को आवश्यक जांच के साथ आयरन व कैल्सियम की गोलियों के साथ टेटनस व डिप्थीरिया का टीका लगाया जाएगा। दो साल से कम उम्र के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेटावलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटामिन ए, डीपीटी बूस्टर जैसे टीके दिए जायेंगे।
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